थन से दूध न निकले तो करवाना होगा आपरेशन

By: Oct 18th, 2018 12:05 am

मैंने अपनी भैंस का कृत्रिम गर्भाधान 20 दिन पहले करवाया था। आज वह खा-पी नहीं रही है। क्या करें?

परस राम , सुदंरनगर

कृत्रिम गर्भाधान से पशु के खाने-पीने का कोई संबंध नहीं है। हां, गरमाने के दौरान पशु का खाना पीना 1-2 दिन के लिए कम हो जाता है, जो यह लक्षण खत्म होने के बाद अपने आप सामान्य हो जाता है। अभी आपका पशु खा-पी नहीं रहा है। आप उसका परीक्षण पशु चिकित्सक से करवाएं। अगर यह बुखार की वजह से है, आपके पशु का बुखार का ईलाज होगा, परंतु अगर आपके पशु को बुखार नहीं है, तो शायद आपका पशु नेगेटिव एनर्जी बैलेंस में है, जिसके लिए उसे शायद नाड़ी में ग्लूकोज चढ़वाना पड़े। उसे रोमांथिक क्षारीयता भी हो सकती है। जिसको ठीक करने के लिए उसे सिरका भी पिलाना पड़ सकता है। इसलिए आप अपने पशु का परीक्षण अतिशीघ्र पशु चिकित्सा अधिकारी से करवाएं। आपके पशु को कृत्रिम गर्भाधान करवाएं 20 दिन हो गए हैं। उसका ध्यान रखिए  कि वह एक-दो दिन में गरमाने के लक्षण देता है या नहीं। अगर वह एक – दो दिन में गरमाने के लक्षण देता है, तो आप पशु चिकित्सक से उसके नाडू का परीक्षण अवश्य करवाकर उसका ईलाज करवाएं। अगर वह एक-दो दिन में गरमाने के लक्षण नहीं देता है ,तो कृत्रिम गर्भाधान के अढ़ाई महीने बाद उसके गर्भ का परीक्षण अवश्य करवाएं।

मेरी गाय की प्रसूति दो दिन पहले हुई है। उसके दो थनों से दूध नहीं आ रहा है । थन में कोई गांठ भी नहीं है। थन सख्त भी नहीं हैं क्या करें?

मुनीष , सिरमौर

आप अपने पशु का परीक्षण पशु चिकित्सा अधिकारी से अतिशीघ्र करवाएं। इनका परीक्षण करने के बाद पता चलेगा कि क्या इन थनों में दूध बन रहा है परंतु निकल नहीं रहा है या किसी कारणवश इन थनों में दूध बन ही नहीं रहा है। अगर दूध बन नहीं रहा है, तो शायद इस ब्यात में आपका पशु केवल दो थनों से ही दूध देगा। हां अगर दूध बन रहा है परंतु निकल नहीं रहा है, तो इनका आपरेशन करके इनमें पाइप डालकर इनको चालू किया जाएगा। इन पाइपों को थनों में 5-7 दिन तक रखा जाएगा व थन ठीक होने पर निकाल लिया जाएगा। इसलिए आप अतिशीघ्र अपने पशु चिक्तिसा अधिकारी से संपर्क कर अपने पशु का परीक्षण करवाएं क्योंकि कोई भी देरी इन थनों को सदा के लिए खराब कर सकती है।

मेरी 23 महीने की बछड़ी 7 महीने की गाभिन है। उसको क्या खिलाएं?

जीत , कांगड़ा

अभी आप अपनी बछड़ी को

– पेट के कीड़ों की दवाई दें।

-पशु आहार एक किलो सुबह व शाम खिलाएं। नौवां महीना शुरू होने पर उसे आहार बंद कर दलिया खिलाएं।

-हरा घास व सूखा घास मिलाकर खिलाएं।

-खनिज मिश्रण 50 ग्राम ताउम्र खिलाएं।

-उसे सुबह व शाम 1/2-1 घंटा घुमाएं।

डा. मुकुल कायस्थ

वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी, उपमंडलीय पशु चिकित्सालय पद्धर(मंडी)

फोनः 94181-61948

नोट ः हेल्पलाइन में दिए

गए उत्तर मात्र सलाह हैं।

Email: mukul_kaistha@yahoo.co.in


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