पंजाब में सटीक निशानदेही के लिए काम आ रही टेक्नोलॉजी

जमीनी विवाद का मशीनों से निपटारा

चंडीगढ़ -राज्य में जमीनों की सटीक निशानदेही के लिए पंजाब के राजस्व विभाग द्वारा आठ थीओडोलाइट (टोटल स्टेशन) मशीनों का प्रबंध किया गया है। जमींदारों की पगडंडियों के विवाद निपटाने और इनके स्थायी हल के लिए राजस्व विभाग ने यह मशीनें खरीदी हैं, क्योंकि आज जमीनों के भाव बहुत ज्यादा हैं, जिस कारण सीमाओं की निशानदेही के लिए झगड़े होते रहते हैं। राजस्व मंत्री सुखबिंद्र सिंह सरकारिया ने कहा कि डायरेक्टर लैंड रिकार्ड्ज, पंजाब द्वारा आठ टोटल स्टेशन मशीनें खरीदी गई हैं, जो जमीनों की पेचिदा निशानदेही से संबंधित मामलों के निपटारे और इन विवादों के स्थायी हल में सहायक हो रही हैं। उन्होंने बताया कि मोहाली, अमृतसर, पटियाला, जालंधर और लुधियाना जिलों में पांच टोटल स्टेशन मशीनें लगाई गई हैं। जिक्रयोग्य है कि जिला होशियारपुर के तहत आते तलवाड़ा के राजस्व रिकार्ड को क्रमबद्ध करने के लिए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने आदेश दिए थे। इसके लिए बाकी तीन मशीनें तलवाड़ा में लगाई गई हैं। विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव-कम-वित्तीय कमिश्नर राजस्व एमपी सिंह ने कहा कि टोटल स्टेशन मशीनों संबंधी जानकारी देने के लिए डीएलआर दफ्तर की तरफ  से सभी राजस्व अमले और अफसरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे इस सुविधा को राज्यभर में उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने बताया कि इन मशीनों के प्रयोग से दस अक्तूबर, 2018 तक निशानदेही संबंधी कुल 179 केस सुलझाए गए हैं। उन्होंने बताया कि पटियाला में 72, लुधियाना में 37, अमृतसर में आठ, जालंधर में 57 और मोहाली (एसएएस नगर) में पांच मामलों में टोटल स्टेशन मशीनों का प्रयोग किया गया है।