पार्वती देवी अस्पताल में शुरू होगा गेस्ट्रो साइंस डिपार्टमेंट

अमृतसर -गेस्ट्रो, आंतों और यकृत रोगों के मामले पिछले दशक में खतरनाक दर से बढ़ गए हैं। इसके साथ ही हेपेटाइटिस-बी और हेपेटाइटिस-सी मामलों में भी वृद्धि हुई है। हालांकि, कैंसर के मामलों की संख्या, विशेष रूप से गेस्ट्रो, आंतों और यकृत कैंसर की संख्या, अन्य बीमारियों के अनुपात से बढ़ी है, जिससे राज्य में इस बीमारी के बोझ को एक छत के नीचे की देखभाल करने की सख्त जरूरत है। ये विचार पार्वती देवी अस्पताल में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में विशेषज्ञ डाक्टरों ने रखे। रंजीत एवेन्यू स्थित पार्वती देवी अस्पताल में जल्द ही सर्वहित गेस्ट्रोसिटी सेंटर लांच होगा। उत्तर भारत के पहले व पूर्ण रूप से सुसज्जित इस सेंटर में कैप्सूल एंडोस्कोपी, गेस्ट्रोइंटेस्टाइन ट्रैक्ट, कैंसर स्क्रीनिंग, ऑर्गन प्लाज्मा कोगुलेटर, पीएच निगरानी व मनोमेट्री आदि सुविधाएं एक ही छत में मिलेंगी। इस अवसर पर डा अमिताभ मोहन जेराथ ने कहा कि पंजाब में वीट एलर्जी, फैटी लीवर, हार्ट डिजीज व लिवर सिरोसिस के मामले बहुत तेजी से सामने आ रहे हैं। गेस्ट्रोएंटेरोलॉजी एमडी फैलोशिप डा. जगतेश सिंह सिद्धू ने कहा कि कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो जैनेटिक भी हो सकती है। यदि परिवार में किसी सदस्य को कैंसर है तो इनसान को 40 वर्ष की आयु के बाद अपनी जांच करवानी चाहिए।