सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेगा लाहुल किसान मंच

 केलांग –लाहुल-स्पीति में गत सितंबर माह में हुई भारी बर्फबारी से क्षेत्र के किसान-बागबानों के हुए लाखों रुपए के नुकसान को लेकर न तो राज्य सरकार ने गंभीरता दिखाई है और न ही कंेद्र ने। यह आरोप लाहुल घाटी किसान मंच ने यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में लगाए हैं। लाहुल घाटी किसान मंच के सदस्यांे ने कहा है कि वे तीन नवंबर को केलांग में जन चेतना रैली का आयोजन करेगा और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेगा। मंच के संयोजक एवं जिप सदस्य सुदर्शन जस्पा ने कहा कि तीन नवंबर को मंच के सदस्य केलांग स्थित पुराने परिधि गृह में एकत्रित होंगे, जहां से जन चेतना रैली का आगाज होगा। उन्होंने कहा कि घाटी में बर्फबारी से सेब से लदे लाखों पेड़ क्षतिग्रस्त हो गए हैं, वहीं आलू, मटर, गोभी और अन्य नगदी फसलें भी तबाह हो गए हैं। इतने बड़े पैमाने पर नुकसान होने के बावजूद सीएम ने घाटी का दौरा तक नहीं किया।  मंच के कार्यकारी अध्यक्ष मुकेश कुमार ने कहा कि जन चेतना रैली में सेब और नकदी फसलों के नुकसान का आकलन कर मुआवजे की मांग की जाएगी, वहीं लाहुल घाटी में ढुलमुल बिजली और दूरसंचार सेवा को दुरुस्त करने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि 35 दिन गुजरने के बाद भी लाहुल घाटी के 50 फीसदी क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति अभी बाधित है, जबकि विद्युत बोर्ड 90 फीसदी क्षेत्रों में विद्युत व्यवस्था बहाल करवाने की बात कह रहा है। एलपीएस के जनरल हाउस में पारित प्रस्तावों को जल्द क्रियान्वित करने के अलावा सब्जी मंडियों का शीघ्र निर्माण, कृषि उपकरणों तथा बीजों पर मिलने वाली सबसिडी को सुनिश्चित करने, सिंचाई आधारित कृषि व्यवस्था में सिंचाई साधनों को विकसित करने की मांग प्रमुखता से उठाया जाएगा। मंच के महासचिव संजय कटोच व प्रेस सचिव रोहित शाशनी ने कहा कि इतने बड़ी प्राकृतिक आपदा के बाद भी लाहुल-स्पीति को राज्य सरकार ने लावारिस छोड़ दिया है। न तो सीएम और न ही किसी मंत्री ने अभी तक घाटी का रुख किया है। श्री जस्पा ने कहा कि तीन नवंबर को उपायुक्त के माध्यम से सीएम और पीएम को ज्ञापन भेजा जाएगा।