अपने ही घर में घिरे नवजोत सिद्धू

कैप्टन अमरेंदर को अपना नेता न मानने पर सहयोगियों ने खोला मोर्चा, मांगा इस्तीफा

चंडीगढ़  —पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंदर सिंह को अपना कैप्टन मानने से इनकार करके निकाय मंत्री नवजोत सिद्धू को अपनों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। उनके सहयोगियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पंजाब के कैबिनेट मंत्री व ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने शनिवार को श्री सिद्धू के बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा कि पाकिस्तान जाने को लेकर पहले तो श्री सिद्धू ने कहा था कि वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के कहने पर पाकिस्तान गए थे। उसके बाद वे अपने बयान से मुकर गए और ट््वीट किया कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा तथा तथ्यों को तोड़मरोड़कर पेश किया गया। वह तो पाक प्रधानमंत्री इमरान खान के निजी बुलावे पर गए थे। श्री बाजवा ने कहा कि इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेदर सिंह के बारे में यहां तक कह दिया कि अमरेंदर मेरे कप्तान नहीं, मेरे कप्तान तो राहुल गांधी हैं। उनका बोलने का लहजा दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि मुख्यमंत्री तो हमारे कप्तान हैं, बेशक उन्हें भी कप्तान तो श्री गांधी ने बनाया है।  श्री गांधी तो हम सबके कप्तान हैं, पर हमें तो  कैप्टन सिंह को ही अपना नेता तथा कप्तान मानना होगा। यदि वह मुख्यमंत्री को अपना नेता नहीं मानते तो वह मंत्री पद से इस्तीफा देकर श्री गांधी जहां उन्हें जो ड्यूटी देना चाहें वह करें। श्री बाजवा ने कहा कि श्री सिद्धू मेरे छोटे भाई की तरह हैं तथा मैं उन्हें सलाह देना चाहता हूं कि वह बोलें कम काम ज्यादा करें। उनके बड़े सपने हैं ,बहुत आगे जाना है और बहुत गुणी हैं, लेकिन वह बोलने के गुण को लगाम कसें तथा काम पर ध्यान दें। हम सभी को अपने परिवार की भावनाओं तथा मान का भी ख्याल रखना चाहिए। कांग्रेस भी एक परिवार है।

वेरका बोले, यह कोई कॉमेडी शो नहीं भाषा पर रखें संयम

कांग्रेस के विधायक राजकुमार वेरका ने तो उनके अंदाजेबयां पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि ये कॉमेडी शो नहीं है। भाषा पर संयम जरूरी है। यदि उन्हें कैप्टन अमरेंदर सिंह के साथ काम नहीं करना तो इस्तीफा दें।

वामदलों ने भी साधा निशाना

श्री सिद्धू के इस बयान की वामदलों के बड़े नेताओं ने भी निंदा की है। आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई ने भी श्री सिद्धू के बयान पर प्रतिक्रिया जताई है। प्रतिपक्ष के नेता हरपाल चीमा ने कहा है कि उन्हें सोच समझकर बोलना चाहिए। जुबान को लगाम देने की जरूरत है।

तरुण चुघ ने बताया गिरगिट

भाजपा के सचिव तरुण चुघ ने कैप्टन सिंह के बारे में दिए गए बयान को लेकर श्री सिद्धू की निंदा की है तथा यह भी कहा कि श्री सिद्धू गिरगिट की तरह रंग बदलते रहते हैं। पहले श्री गांधी को राहुल बाबा कहते थे। नरेंद्र मोदी, अटल बिहारी वाजपेयी को अपना गुरु मानते थे और अपनी स्वार्थ सिद्धी के लिए वह अब श्री गांधी को अपना कप्तान मान रहे हैं तथा मुख्यमंत्री को कप्तान मानने से इनकार कर रहे हैं। उनकी बात समझ से परे है।

खेहरा दिया अपने खेमे में आने का ऑफर

आप की सदस्यता से छह साल के लिए निलंबित बेबाक नेता सुखपाल सिंह खेहरा ने श्री सिद्धू को उनके मोर्चे में शामिल होने की पेशकश कर डाली। उन्होंने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर मामले का श्रेय श्री सिद्धू को मिलता देख सभी कांग्रेसी उनके खिलाफ साजिश रचने लगे हैं।

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