दंगा पीडि़ता ने नयनादेवी में अर्पित किए चांदी के नेत्र

1984 दंगा मामले में कोर्ट का फैसला आने के बाद पंजाब की महिला ने टेका माथा

नयनादेवी —1984 में  दंगा पीडि़तों को लेकर न्यायालय में विचाराधीन मामले में निर्णय आने के बाद दंगा पीडि़त परिवार पंजाब से विश्व विख्यात शक्तिपीठ नयनादेवी मंदिर पहुंचा। नयनादेवी मंदिर में मां के दर्शन करने के बाद चांदी के नेत्र चढ़ाए और मां का  आशीर्वाद लेकर सुख समृद्धि की कामना की। दंगा पीडि़त वृद्ध महिला चरणजीत कौर, जो कि पंजाब के गांव टकाला जिला रोपड़ की है, ने पुजारियों को आपबीती सुनाते हुए कहा कि 1984 के दंगों में उसका पति बेटा और भाई मारा गया था। उसका भी पूरी तरह से सिर फाड़ दिया था और वह पूरी तरह से घायल हो गई थी बड़ी मुश्किल से उसकी जान बची।  नयनादेवी में पत्रकारों से बातचीत में उसने कहा कि उनके परिवार पर विपदाओं का पहाड़ आन पड़ा था। उसके साथ आए परिजन राम लोक ने बताया कि न्यायालाय के फैसले से खुश हैं और टीवी के माध्यम से उन्होंने फैसला सुना।  मंगलवार को मां के दरबार में अरदास की कि माता रानी दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें। इसके उपरांत उन्होंने माता के दर्शन किए माता श्री नयना देवी के मंदिर में चांदी के नेत्र  चढ़ाए  और मां का आशीर्वाद प्राप्त किया।