राज्यपाल वीपी बदनौर ने जाना चंडीगढ़ का हाल

सचिवालय पहुंच कर विभिन्न विभागों के अधिकारियों संग की साल भर में हुए विकास कार्यों पर चर्चा

चंडीगढ़ – साल के आखिरी सप्ताह में विभागों के किए विकास कार्यों की प्रगति जानने को लेकर प्रशासक वीपी सिंह बदनौर सचिवालय पहुंचे। यह विभागों के आलाधिकारियों के साथ मीटिंग की। बैठक में प्रशासक का फोकस स्मार्ट सिटी, शहर में बढ़ रहे अपराध और ट्रांसपोर्ट व्यवस्था पर रहा। मीटिंग में हाउस अलाटमेंट की समस्या को लेकर भी जानकारी ली गई। प्रशासक ने डीजीपी संजय बेनीवाल सहित एसएसपी नीलांबरी जगदगले से शहर में आम आदमी की ज्यादा सुरक्षा के उपायों और इस बाबत बनाए गए पुलिस के प्लान के संबंध में पूछा। वहीं पुलिस अफसर की ओर से बताया गया कि अपराध की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उसमें पुलिस पीसीआर की पेट्रोलिंग बढ़ाने से लेकर उन जगहों पर खास नजर रखने की हिदायतें हैं जहां क्त्राइम अधिक हो रहे हैं। प्रशासक ने ट्राईसिटी के पुलिस अधिकारियों के साथ भी तालमेल रखने की सलाह दी। इस मौके पर एडवाइजर मनोज कुमार परीदा, फायनेंस सेक्रेटरी एके सिन्हा, एजुकेशन सेक्रेटरी बीएल शर्मा, डीसी मनदीप सिंह बराड़ मौजूद रहे।

बसों की संख्या में हो बढ़ोत्तरी

इसी तरह सड़कों पर ट्रैफिक घटे इसको लेकर भी बताया गया कि ट्राईसिटी में मोहाली, पंचकूला, डेराबस्सी, कालका, लालडू, खरड़, कुराली इत्यादि की तरफ  जाने वाली बसों की संख्या भी सीटीयू की ओर से बढ़ाई जा रही है। दूसरा इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की राह में आने वाली दिक्कतें भी डिसकस हुई। प्रशासक को बताया गया कि इलेक्ट्रिक बसें केंद्र सरकार  हाउस अलाटमेंट को लेकर भी प्रशासक ने जानकारी ली। खासतौर से इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों को कहा गया कि जो मकान जर्जर हालत में हैं उनको जल्द ठीक कराया जाए ताकि यह सरकारी कर्मचारियों को अलाट हो सकें। यूटी के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने यूटी के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में साल 2019 का कैलेंडर सचिवालय में रिलीज किया।

ट्रैफिक की समस्या पर ध्यान देने के निर्देश

ट्रैफिक की समस्या पर भी पुलिस अधिकारियों को गौर करने को कहा गया। खासतौर से सुबह और शाम के समय जब सड़कों पर अधिकांश ट्रैफिक होता है। प्रशासक ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के संदर्भ में पूरी जानकारी ली। उन्होंने स्पेशल आफिसर स्मार्ट सिटी संजय झा से बाकायदा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अब तक हुए कामों की प्रेजेंटेशन ली। अब तक स्मार्ट सिटी को लेकर जो काम आगे बढ़ा उसके चरण दर चरण हुए काम को बताया गया। स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट चूंकि केंद्र सरकार की महत्त्वकांक्षी योजनाओं में से एक है लिहाजा इसमें और तेजी लाने को कहा गया। ट्रांसपोर्टेशन को लेकर प्रशासक न केवल ट्रैफिक व्यवस्था बल्कि आम आदमी को राहत देने के लिए सुविधाओं का विस्तार से कार्यप्लान देखा। इस प्लान में ग्रिड प्रणाली के तहत बसों की संख्या बढ़ाए जाने का प्रस्ताव है। वह रूट चिन्हित कर बताए गए जहां फिलहाल कम संख्या में बसें चलती हैं।