इंडियन ऑयल का मुनाफा 91 प्रतिशत घटा

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की ऊँची कीमत के कारण देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन का समग्र शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की 31 दिसंबर को समाप्त तीसरी तिमाही में 90.94 प्रतिशत घटकर 767.66 करोड़ रुपये रह गया। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसने 8,470.19 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। कंपनी के निदेशक मंडल की बुधवार को यहाँ हुई बैठक में वित्तीय परिणामों को मंजूरी दी गयी। इसके अनुसार, कच्चे तेल पर लागत बढ़ने से आलोच्य तिमाही में कंपनी की कुल लागत राजस्व की तुलना में काफी ज्यादा बढ़ी है। इससे कंपनी का मुनाफा प्रभावित हुआ है।“कच्चे माल” के मद में कंपनी का व्यय 57,466.38 करोड़ रुपये से बढ़कर 88,924.57 करोड़ रुपये पर पहुँच गया। इस कारण उसका कुल व्यय एक साल पहले की तुलना में 1,21,408.66 करोड़ रुपये से 34.18 प्रतिशत बढ़कर 1,62,905.05 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान कंपनी का कुल राजस्व 1,34,409.18 करोड़ रुपये की तुलना में 21.76 फीसदी बढ़कर 1,63,658.84 करोड़ रुपये पर पहुँच गया। कंपनी ने बताया कि बिहार में प्रवेश कर का मसला अप्रैल से दिसंबर 2018 के दौरान सुलझ गया और उसने इसके लिए किये गये 1,155.02 करोड़ रुपये के प्रावधान को समाप्त कर इसे परिचालन राजस्व में शामिल किया है। इसी कारण कंपनी घाटे में जाने से बच गयी। अन्यथा उसे 387.36 करोड़ रुपये का नुकसान होता।परिणामों की घोषणा के बाद कंपनी के शेयर 2.07 प्रतिशत टूटकर 134.65 रुपये पर बंद हुये।