महिला के पेट से निकाली साढ़े तीन किलो की रसौली

पालमपुर—विवेकानंद अस्पताल पालमपुर एक नाम नहीं, बल्कि पहचान बन चुका है व आए दिन मरीजों के लिए उम्मीद की किरण बनकर उभर रहा है। अस्पताल हर दिन किसी न किसी गंभीर चुनौती को स्वीकार करते हुए लोगों की उमीदों पर खरा उतर रहा है।  45 वर्षीय वीणा देवी जब पेट में दर्द की शिकायत लेकर स्त्री रोग विभाग में डा. प्रेमवीतराग से मिली, तब उन्होने जांच के दौरान पाया गया कि मरीज के पेट में बहुत बड़ी रसौली है। डा. प्रेमवीतराग शर्मा ने मरीज को तुरंत आपरेशन की सलाह दी। आपरेशन के दौरान डा. प्रेम ने आपरेशन के दौरान पाया कि मरीज के पेट की आंते व पेशाब की थैली रसौली के साथ बुरी तरह चिपकी हुई थी। लगातार तीन घंटे चले इस मुश्किल आपरेशन में काफी ज्यादा कठिनाइयों से पेट की आंतों व पेशाब की थैली को एक- दूसरे से सफलतापूर्वक अलग किया गया। साथ ही साढ़े तीन किलो की रसोली को निकाल दिया। मरीज ह्य्पोथयरॉइड नामक बीमारी से पीडि़त था। साथ ही मरीज में खून का स्तर काफी कम होने के साथ मरीज का पूर्व में सिजेरियन हो चुका था। इस तरह के मामलों में आपरेशन काफी ज्यादा जोखिम भरा हो जाता है। ज्यादा खून के बह जाने से मरीज़ की जान को भी ख़तरा हो सकता है। वीणा देवी पिछले लगभग चार-पांच सालों से लगातार पेट दर्द की तकलीफ  से पीडि़त थी। साथ ही मरीज प्रदेश के निजी संस्थानों से लेकर पीजीआई तक के चक्कर काट चुका था, परंन्तु हर जगह मरीज को निराशा ही हाथ लगी थी। विवेकानंद अस्पताल पालमपुर में मरीज का  सफल आपरेशन होने के बाद मरीज को तीन यूनिट ब्लड चढ़ाया गया व स्वस्थ होने के उपरांत मरीज को अस्पताल से छुट्टी कर दी गई, जहां मरीज व मरीज के परिजन बेहद ज्यादा खुश व समस्त अस्पताल का धन्यवाद दिया। वहीं, अस्पताल के प्रमुख व डा. प्रेमवीतराग शर्मा आपरेशन की सफलता पर खुश है।