सरकारी स्कूल को बताया ढाबा

जालंधर -शिकायत निवारण कमेटी की बैठक में शिक्षा मंत्री ओपी सोनी विवादित बयान दे गए। उन्होंने सरकारी स्कूलों की तुलना ढाबे से की तो निजी स्कूलों की फाइव स्टार होटल से। निजी स्कूलों में मोटी फीस पर रोक लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस पर विचार किया जा रहा है। शीघ्र ही निर्णय लेंगे। मोटी फीस क्यों वसूली जा रही है, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि फाइव स्टार होटल और ढाबों में अंतर तो होता ही है। साथ ही मंत्री ने कहा कि सरकार इसके लिए भी वचनबद्ध है कि सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चे भी आइएएस व आइपीएस अधिकारी बन सकें। वह चाहते हैं कि लोग निजी स्कूलों के बजाय अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करवाएं, जहां प्रत्येक तरह की सुविधा सरकार की तरफ से मुहैया करवाई जा रही है। इस दौरान सोनी काफी तीखे मूड में नजर आए। सोनी ने कहा है कि अगर चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान किसी भी स्कूल के नतीजे 70 फीसदी से कम पाए गए तो संबंधित स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी। साथ ही साथ संबंधित जिले के डीईओ की भी जवाबदेही होगी।

मीटिंग में नहीं पहुंचे डीईओ, सस्पेंड

इस दौरान बैठक में डीईओ (सेकेंडरी) सतनाम सिंह के अनुपस्थित रहने का कड़ा संज्ञान लेते हुए श्री सोनी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया। उन्होंने सख्त होते हुए कहा कि जिलास्तरीय यह बैठक काफी अहम होती है। इसमें अनुपस्थिति या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती। उधर, डीईओ सतनाम सिंह ने कहा कि वह दो जनवरी से छुट्टी पर हैं।