30 घंटे में बहाल की बिजली

नेरवा—अकसर लोगों के निशाने पर रहने और गालियां सुनने वाले बिजली महकमे की क्षेत्र में खूब तारीफ हो रही है। हो भी क्यों नए महकमे के कर्मठ कर्मचारियों ने देवदार के घने जंगल से गुजरने वाली बिजली की मुख्य लाइन को तीन फुट बर्फ  के बीच माइनस डिग्री टेंप्रेचर में ठीक कर मात्र 30 घंटे के अंदर क्षेत्र में बिजली बहाल कर एक मिसाल कायम कर दी है। जिस स्थान पर आम आदमी का खुले में खड़े रहना भी दुश्वार था, उस स्थान पर बोर्ड कर्मियों ने जांबाजी दिखाते हुए नंगे हाथों से तारें खींच कर लाइन को ठीक करने का कार्य कर न केवल बहादुरी भरा कार्य किया, बल्कि लोगों को बिजली उपलब्ध करवाकर बहुत बड़ी राहत बख्शी है। इससे पहले भारी बर्फबारी होने पर कभी भी बिजली तीन दिन से पहले बहाल नहीं हो पाई है। परंतु इस बार अधिशाषी अभियंता विद्युत मंडल चौपाल बलदेव चंद के नेतृत्व में जेई चंबी राज धीमान की टीम ने इस असंभव कार्य को मात्र तीस घंटे में कर दिखाया है। बोर्ड की टीम ने तीन फुट बर्फ  में कड़ाके की शीतलहर के बीच माइनस डिग्री टेंप्रेचर में जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो चुकी मुख्य लाइन को ठीक कर बुधवार को शाम छह बजे क्षेत्र में बिजली बहाल कर दी। इस कार्य को करने के लिए बोर्ड की टीम सुबह छह बजे ही जुट गई थी व जब तक बिजली बहाल नहीं हुई तब तक कड़कती ठंड के बीच जंगल में ही जुटी रही। वहीं, व्यापार मंडल नेरवा, विभिन्न पंचायत प्रतिनिधियों व स्थानीय लोगों ने बोर्ड प्रबंधन व प्रशासन से मांग की है कि भयानक ठंड के बीच बिजली बहाल करने वाली टीम को सम्मानित किया जाए, ताकि इन कर्मचारियों के मनोबल में वृद्धि हो सके। बहरहाल जिन विद्युत कर्मियों को लोग जरा सी बत्ती गुल होने पर गालियां देते नहीं थकते थे, आज उन्हीं कर्मचारियों की वाहवाही हो रही है।