ग्लेशियर ने तबाह किए कई बागीचे

रिकांगपिओ—जनजातीय जिला किन्नौर के कल्पा खंड के बारंग नाले में आई ग्लेशियर की चपेट में आने से बारंग गाव के कई ग्रामीणों के बागबानों के बगीचों को तहस-नहस कर दिया है। लगातर तीन बार आए इस ग्लेशियर की बर्फीली तूफान ने बागबान रस्वीर सिंह, प्रेम सिंह, जगत नेगी, जनक राज, राम सिंह सहित कई बागबानों के सेब के सैकड़ों पेड़ क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बताया जा रहा है कि बारंग गाव के शार्मी नामक सथान पर बगीचों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है, मगर वहां अधिक बर्फ  होने के कारण कई बागबान अपने बगीचों तक नहीं पहुंच पाए हंै। बागबान अपने इस नुकसान को लेकर हताश हंै क्योंकि इन बगीचों से लाखों रुपयों के सेब के उत्पादन से आमदनी होती थी। स्थिति एसी है की कई बागबानों के बागीचे 100 प्रतिशत तबाह हो चुकी है, जबकि कई बागबानों के पेड़ जड़ से ही उखड़ गए हंै और कई पेड़ इस बर्फीले तूफान की चपेट में आने से जमीन पर पड़े हैं। ग्राम पंचायत बारंग के एफ आर, प्रेसीडेंट मोहन नेगी एसचिव सुनील कुमार एवं बागबान जगत नेगी ने बताया कि ग्लेशिर ने कई ग्रामीणों के बगीचों को पूरी तरह से क्षति पहंुचाई है। हालांकि अब तक कई बागबान अपने बगीचों तक नहीं पहुच पाए हैं, मगर लाखों रुपयों का नुकसान अब तक हो चुका है। उन्होंने शासन एवं प्रशासन से मांग की है की बारंग मंे हुए इस नुकसान का आकलन कर उचित मुआवजा मुहैया करवाया जाए ।