चंडीगढ़ प्रशासन से व्यापारी नाराज

मिसयूज पेनेल्टी अधिक करने पर भड़के दुकानदार; कहा, अन्य जगह जाने को मजबूर

चंडीगढ़  – चंडीगढ़ प्रशासक की एडवाइजरी कमेटी में भले ही व्यापारियों के दो महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर रजामंदी बनने की उम्मीद है, लेकिन अभी मिसयूज के इश्यू पर पैनेल्टी का मसला लटका पड़ा है। इस पर प्रशासन अभी कोई निर्णय नहीं कर पाया है। व्यापारी मिसयूज पैनेल्टी को दस रुपए प्रति फुट से 20 या ज्यादा से ज्यादा 30 रुपए प्रतिफुट करने की मांग कर रहे हैं। प्रशासन ने पब्लिक से इस मुद्दे को लेकर विचार मांगे हैं। प्रशासन का प्रोपोजल है कि कमर्शियल प्रोपर्टी पर क्लेक्टर रेट के हिसाब से .75 स्कवायर यार्ड पैनेल्टी वसूली जाए। चंडीगढ़ व्यापार मंडल के प्रेसिडेंट व ट्रेडर्स एडवाइजरी कमेटी के मेंबर अनिल वोहरा के मुताबिक यह पैनेल्टी तो बहुत ही ज्यादा है। पार्लियामेंट के एक्ट के मुताबिक मिसयूज पैनेल्टी महज 10 रुपए प्रति फुट है, जिसमें प्रशासन अनावश्यक और बहुत ज्यादा बदलाव कर रहा है। व्यापारियों को यह किसी सूरत में मंजूर नहीं है। इस हिसाब से तो बूथ वालों और शोरूम वालों को लाखों रुपए पैनेल्टी के पड़ेंगे और हैरासमेंट अलग से होगी। बहुत से शोरूम मालिकों और बूथ मालिकों को प्रशासन की ओर से मिसयूज पैनेल्टी और इंटर्नल वायलेशन के नोटिस भेजे गए हैं। व्यापारियों की बात सुनने को प्रशासन बिलकुल तैयार नहीं। अनिल वोहरा ने बताया कि इस मसले पर व्यापारियों की मांगों को लेकर मामला अटका है। जैसे ही प्रशासन इसको उन्होंने कहा कि प्रशासन की मनमानी नीतियों की वजह से शहर के व्यापारी पंजाब-हरियाणा में प्रापर्टी खरीदने लगे हैं क्योंकि वहां व्यापारियों को सरकार की ओर से कई राहतें मिल रही हैं। अनिल वोहरा और चंडीगढ़ व्यापार मंडल के एडवाइजर और ट्रेडर्स एडवाइजरी कमेटी के मेंबर कमलजीत पंछी ने बताया कि प्रशासक की एडवाइजरी कौंसिल की मीटिंग होने जा रही है। इसमें सेल्स एंड डिस्पले को लेकर एजेंडा है। व्यापारियों की मांग है कि जिस तरह से जिम, कोचिंग इंस्टीच्यूशंस, ब्यूटी पार्लरों इत्यादि को पहले फ्लोर पर अनुमति दी गई है, ठीक उसी प्रकार जनरल ट्रेड जिसमें मनियारी, कपड़े की दुकान या अन्य ट्रेड की भी अनुमति दी जाए।