परवाणू-सोलन फोरलेन का काम 65 फीसदी पूरा

सोलन – कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पांच पर प्रथम चरण में अभी तक फोरलेन का 65 प्रतिशत कार्य पूरा हुआ है। इसके चलते कार्य में थोड़ा और विलंब हो सकता है। हालांकि कंपनी कार्य जल्द पूरा करने के लिए तेजी से कार्य कर रही है, लेकिन कई जगह भूमि न मिलने व भू-स्खलन से विलंब हो रहा है। परवाणू से सोलन (चंबाघाट) तक फोरलेन निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चला हुआ है, लेकिन काम कर रही जीआर कंपनी को इस दौरान आ रही कई प्रकार की दिक्कतों के कारण परवाणू से सोलन (चंबाघाट) तक फोरलेन का निर्माण कार्य तय समय पर पूरा न होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। गौरतलब है कि कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पांच पर प्रथम चरण में परवाणू से सोलन (चंबाघाट), सोलन (चंबाघाट) से शोघी तक दूसरे चरण में व तीसरे चरण में शोघी से शिमला तक फोरलेन निर्माण कार्य किया जाएगा। इसमें से प्रथम चरण का कार्य तेजी से चला हुआ है। नेशनल हाई-वे अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा फोरलेन निर्माण के टेंडर राजस्थान की जीआर इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रा. लिमिटेड कंपनी के नाम रहा था। इसकी कुल दूरी 39.139 किमी है और परवाणू से सोलन तक लगभग 7.48 करोड़ रुपए की राशि अवार्ड की गई थी। परवाणू से सोलन तक फोरलेन बनाने का कार्यकाल अढ़ाई वर्ष था। कंपनी का यह कार्यकाल पिछले वर्ष मार्च में पूरा हो चुका है। इसके बाद कंपनी द्वारा एक वर्ष की एक्सटेंशन ली थी, जो कि इस वर्ष मार्च में पूरी हो रही है।

90त्न जगह काम

फोरलेन में अभी तक 90 फीसदी भूमि ही कंपनी को मिली है, जबकि अन्य बची भूमि सरकार द्वारा कंपनी को अलॉट नहीं हो पाई है। इस भूमि में सोलन के रबौण, सनवारा व अन्य जगहों पर मोबाइल टावर के कारण इस भूमि पर कंपनी कार्य शुरू नहीं कर पाई है।

सिर्फ 20 दिन

नेशनल हाई-वे पर चल रहे प्रथम चरण में किए जा रहे कार्य में दो महीनों में कंपनी केवल 20 दिन ही कार्य कर पाई है। मौसम की बेरुखी का खामियाजा कंपनी को भुगतना पड़ रहा है। इसके चलते काम में देरी हो रही है।