चुनावी रेल में हाथ के साथ चले जाएंगे चंदेल

बिलासपुर – भाजपा में हाशिए पर चल रहे कभी पार्टी के सिद्धहस्थ रहे तीन बार के सांसद सुरेश चंदेल की कांग्रेस में एंट्री लगभग तय है। हालांकि आधिकारिक तौर पर किसी ने भी इस बात की पुष्टि नहीं की है, लेकिन सूत्रों के हवाले से पता चला है कि 25 मार्च को दिल्ली में कांग्रेस हाइकमान के समक्ष विधिवत रूप से पार्टी में शामिल होंगे। इस बाबत चंदेल की कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ कई दौर की मीटिंग भी हो चुकी हैं। यही नहीं, कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ने की संभावनाएं भी बलबती हैं, लिहाजा भाजपा के लिए हमीरपुर संसदीय सीट पर चंदेल मुश्किलें पैदा कर सकते हैं। जानकारी के अनुसार विधानसभा में टिकट कटने के बाद से ही सुरेश चंदेल भाजपा नेतृत्व से खफा चल रहे हैं। न तो राज्य सरकार में कोई पद मिला और न ही पार्टी संगठन में ओहदा। बार-बार पार्टी नेतृत्व से मुलाकात करने के बावजूद निराशा ही हाथ लगने की वजह से चंदेल खासे नाराज चल रहे हैं। हालांकि उन्होंने अपनी पीड़ा भाजपा के राष्ट्रीय व प्रदेश नेतृत्व के समक्ष भी रखी है, वहीं लोकसभा चुनाव में हमीरपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ने के लिए लगातार भाजपा नेतृत्व पर दबाव बना रहे हैं। इस बीच चंदेल कांग्रेस के संपर्क में भी रहे और कई दौर की मीटिंग भी कर चुके हैं। पिछले दिनों चर्चा रही कि सुरेश चंदेल की दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के साथ भी गुप्त मंत्रणा हुई है। चंदेल के कांग्रेस में शामिल होने के कयास लंबे समय से लगाए जा रहे हैं, लेकिन ताजा स्थिति में उनके कांग्रेस में जाने का रास्ता लगभग साफ हो गया है। उधर, चंदेल के कांग्रेस में जाने से भाजपा के अंदर खलबली मच गई है। क्योंकि चंदेल तीन बार हमीरपुर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। संसदीय क्षेत्र में उनका रसूख है और जनाधार भी।  पिछले काफी समय से चंदेल ऊना, हमीरपुर व बिलासपुर के वरिष्ठजनों व नामचीन लोगों के साथ भी संपर्क बनाए हुए हैं और समर्थकों का भी चंदेल पर चुनाव लड़ने का काफी दबाव है। वहीं, बीजेपी में मान न सम्मान मिलने से आहत और भविष्य के प्रति चिंतित चंदेल भी नई राह पकड़ने के लिए आतुर हैं। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की अटकलों पर भी जल्द ही विराम लगने के आसार हैं, क्योंकि चुनाव में ऐन वक्त उनकी कांग्रेस में दमदार एंट्री होने जा रही है।