दुआड़ा के छह गांव नहीं डालेंगे वोट

पतलीकूहल—ग्राम पंचायत दुआड़ा के तहत गांव मेहा, भूजनू, गुआड़, रोपा, भाटमेहा, शजाण के लगभग 400 मतदाताओं ने लोकसभा चुनाव में वोट न डालने का मन बनाया है। ग्रामवासियों का कहना है कि गत 30 वर्षों से इन गांवों को मूलभूत सुविधा से वंचित रखा गया है। वर्ष 1990-91 मेंं गांव दुआड़ा से मेहा तक की आठ किलोमीटर सड़क वन विभाग के अंतर्गत निकाली गई, मगर आज तक इस सड़क के रखरखाव की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। दुआड़ा पंचायत के पूर्व उपप्रधान प्रेम चंद ने बताया कि गांव मेंं औषधालय बनाने के लिए वर्ष 2012-13 मेंं धनराशि स्वीकृत हुई, मगर आज तक उस पर कोई कार्य नहीं हुआ है। गुरुवार को इन सभी गांवों के लोगों ने उपायुक्त कुल्लू को ज्ञापन सौंपा और लोकसभा चुनावों का बहिष्कार करने के बारे में अवगत करवाया। ग्रामवासियों का कहना है कि सरकारों ने वन विभाग के तहत बनी उक्त सड़क के रखरखाव की ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। बीमार लोगों को आज भी चारपाई पर उठाकर राष्ट्रीय उच्च मार्ग दुआड़ा पहुंचाना पड़ता है। कई बार तो मरीज सड़क की खस्ता हालत के चलते रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं, वहीं पर सेब सीजन के दौरान लोगों को पीठ पर सेब की पेटियों का ढुलान करवाने पर मजबूर होना पड़ता है। ग्रामवासियों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि इस क्षेत्र की समस्या का समाधान जल्द करवाया जाए, ताकि क्षेत्र के लोगों को जीवन रेखा से जोड़ा जाए। लोगों ने प्रशासन व राजनीतिक संगठनों को चेताया कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो लोकसभा के साथ लोग विधानसभा चुनाव का भी बहिष्कार करेंगे। गुरुवार को उपायुक्त कुल्लू को उक्त गांवों के तकरीबन 50 ग्रामीणों ने अपनी समस्या  से अवगत करवाया। प्रतिनिधिमंडल मेंं दुआड़ा पंचायात के पूर्व उपप्रधान पे्रम चंद, लाल चंद, ठाकुर दास, रोशनलाल, रामकृष्ण, अमरादेवी महिला मंडल प्रधान, पूजा, वीना, रामकली, गोली देवी, पदमा देवी व संध्या देवी सहित अन्य मौजूद रहे।