बैल और चरवाहे से पंगा लेकर पछताया रीछ

कंडाघाट—पर्यटन नगरी चायल व इसके साथ लगते जंगलों में इन दिनों भालुओं ने आतंक मचा रखा है। एक माह के भीतर भालुओं ने आधा दर्जन लोगों पर हमला बोल दिया है। गुरुवार को भी एक भालू मादा ने जनेटघाट के समीप भला गांव के रहने वाले चेतराम पर उस समय हमला बोल दिया जब वह अपने पशुओं को जंगलों में चरा रहा था। इस दौरान बैल भी अपने मालिक को बचाने के लिए भालू से भिड़ गया व भालू मौके से भाग खड़ा हुआ यदि बैल भालू से न भिड़ता, तो कोई बड़ी घटना घट सकती थी। भालू के हमले से बुजुर्ग को गहरी चोटें आई हैं। उसे उपचार के लिए चायल अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वहीं, इन भालुओं को पकड़ने के लिए कुछ दिन पहले शिमला से वाइल्ड लाइफ  की टीम भी जंगलों में आई थी, लेकिन विभाग के कर्मचारी के हत्थे एक भी भालू नहीं चढ़ा व टीम वापस शिमला लौट गई। चार दिन पहले यह भालू मादा आपने दो बच्चों के साथ सकोड़ी पंचायत में थे तब इस मादा भालू  ने सकोड़ी गांव के रहने वाले अजय पर उस समय हमला बोला था जब वह जंगल मे पैदल जा रहा था उस समय भी कुत्तों ने अजय को भालुओं से बचाया था। इससे पहले भालू कोटी गांव के एक व्यक्ति व चायल की रहने वाली एक छोटी लड़की को भी आपने हमले से घायल कर चुका है। क्षेत्र के दवेंद्र वर्मा, योगेंद्र वर्मा, रविंदर, राजीव शर्मा, धर्म सिंह, मदन ठाकुर, लोकेश्वर शर्मा, नवीन वर्मा, मानव, विशाल वर्मा, सहित क्षेत्र के लोगों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि पर्यटन नगरी चायल व इसके साथ लगते जंगलों में जितने भी भालू है उन्हें जल्द से जल्द पकड़ाया जाए, ताकि क्षेत्र के लोग चैन की सांस ले सकें।