मई में उड़ान-टू योजना से जुड़ेगा संजौली हेलिपैड

शिमला—मई माह में संजौली हेलिपैड उड़ान-टू योजना से जुड़ जाएगा। राज्य सरकार ने मई 2019 तक इस हवाई अड्डे को उड़ानों के लिए तैयार करने का टारगेट दिया है। इस आधार पर 25 करोड़ की लागत से निर्मित संजौली हेलिपैड से मई माह में उड़ानें आरंभ हो जाएंगी। राज्य सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन एवं वन राम सुभग सिंह ने कहा कि उड़ान योजना-टू के तहत संजौली हेलिपैड को मई माह में शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद हवाई यात्रियों को चंडीगढ़ का सफर करने के लिए जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट जाने से निजात मिल जाएगी। जाहिर है कि शिमला से जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट तक सड़क यात्रा के लिए एक घंटे का समय लग जाता है। ट्रैफिक जाम होने के कारण कई बार सफर में और विलंब होता है। इसी तरह चंडीगढ़ से शिमला आने वाले हवाई यात्रियों की लैंडिंग जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट पर होती है। चंडीगढ़-शिमला का सड़क मार्ग का सफर करीब तीन से चार घंटे का है। हवाई सेवा से जुब्बड़हट्टी पहुंचने के बाद भी यात्रियों को एक घंटे का सड़क मार्ग का अतिरिक्त सफर करना पड़ता है। इसी कारण हिमाचल सरकार की हेलि-टैक्सी योजना अधिक प्रभावशाली नहीं हो पाई थी। बताते चलें कि जयराम सरकार के प्रयास से आरंभ हुई उड़ान-टू योजना को अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन रामसुभग सिंह ने धरातल पर उतारा है। इसके लिए पवन एयरवेज का 11 सीटर हेलिकॉप्टर तैनात किया गया है। हालांकि इसमें छह से सात यात्रियों को ले जाने की क्षमता है। इस कारण इन यात्रियों को हवाई सेवा से जुड़ने के लिए जुब्बड़हट्टी से शिमला के बीच सड़क मार्ग का सफर खुद तय करना होगा। हालांकि अतिरक्ति मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने स्पष्ट किया है कि यात्रियों की पर्याप्त संख्या पर पर्यटन विभाग जुब्बड़हट्टी से शिमला के बीच वाहन की व्यवस्था करने पर विचार करेगा। हालांकि यह दिक्कत सिर्फ दो महीने रहेगी। इसके बाद संजौली हेलिपैड आरंभ होने के बाद पर्यटकों को सड़क मार्ग के सफर से स्थाई तौर पर निजात मिल जाएगी। इस हेलिपैड के शुरू होने के बाद उड़ान-टू के हवाई यात्री सीधे चंडीगढ़ से संजौली लैंड करेंगे। इस आधार पर संजौली से चंद मिनटों का सफर तय कर मालरोड़ की सैरगाह कर सकेंगे। इसी तरह शिमला से चंडीगढ़ जाने वाले हवाई यात्री भी आसानी से संजौली से टेकऑफ कर सकेंगे।