महिलाएं-दिव्यांग ऑपरेट करेंगे पोलिंग बूथ

By: Mar 12th, 2019 12:01 am

हर जिला में तीन-तीन बूथ सौंपने की तैयारी, चुनाव आयोेग ने मांगा डाटा

हमीरपुर – इस बार होने वाले लोकसभा चुनावों में निर्वाचन आयोग ने महिला और दिव्यांग कर्मियों को खास अधिमान देने का निर्णय लिया है।  इस बार हर जिले में दो-दो पोलिंग बूथ महिला कर्मियों द्वारा जबकि एक-एक पोलिंग बूथ दिव्यांग कर्मियों द्वारा संचालित करने की व्यवस्था की जा रही है। बताते हैं कि चुनाव आयोग ने इसके लिए के लिए हर जिला से महिला और दिव्यांग कर्मियों का डाटा मांगा है। एक नॉर्मल मतदान केंद्र की बात करें तो उसके चार पोलिंग पर्सन के अलावा दो सुरक्षा कर्मी तैनात होते हैं। इनमें एक प्रिजाइडिंग ऑफिसर, एक असीस्टेंट प्रिजाइडिंग, दो पोलिंग ऑफिसर होते हैं। इनके अलावा एक पुलिस और एक होमगार्ड कर्मी की तैनाती भी उस पोलिंग स्टेशन पर होती है। जबकि संवेदनशील पोलिंग स्टेशनों पर पुलिस फोर्स ज्यादा रहती है। बता दें कि इस बार होने वाले लोकसभा चुनावों में 7723 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जाएंगे।  इस बार प्रत्याशियों और राजनीतिक दलों के चुनावों खर्चों पर नजर रखने के लिए जो उड़नदस्ते और निगरानी दल बनाए गए हैं, उनकी गाडि़यों में जीपीआरएस सिस्टम लगाए गए हैं ताकि उनकी सभी कंट्रोल रूम में उनकी लोकेशन ट्रैक होती रहे और जरूरत पड़ने पर उन्हें तुरंत संबंधित क्षेत्र में भेजा जा सके। इसके साथ ही इस बार सी विजिल एप्लीकेशन बनाया गया है जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति चुनावों के दौरान किसी भी संदिग्ध मूवमेंट का वीडियो बनाकर तुरंत उस ऐप पर अपलोड कर सकता है जो सीधे उसी वक्त चुनाव आयोग तक पहुंच जाएगा।

पैसों के लेन-देन पर सजा का प्रावधान

जिला निर्वाचन अधिकारी हमीरपुर  डा. ऋचा वर्मा ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 171 ख के अनुसार यदि कोई व्यक्ति निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान धनराशि या अन्य किसी प्रकार का परितोषण प्राप्त करता है या देता है, जिससे किसी व्यक्ति के मतदान करने के अधिकार में प्रभाव पड़ता, को एक साल के कारावास या जुमार्न या दोनों सजाएं हो सकती हैं। रिश्वत लेने और देने वालों के खिलाफ  मामला दर्ज करने के लिए उड़दस्तों का गठन किया गया है।


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