मौसम खुला… 196 रोड अभी बंद

प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी के कारण लोग झेल रहे दिक्कतें

शिमला  – हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश व बर्फबारी के बाद पटरी से उतरा जनजीवन अभी तक पटरी पर नहीं लौट पाया है। हालांकि मौसम खुलते ही राज्य के मुख्य शहरों में जनजीवन सामान्य हो गया है, मगर राज्य के कई दूरवर्ती और जनजातीय क्षेत्रों के हाल अभी भी बेहाल हैं। भारी बर्फबारी के कारण ग्रामीण मार्ग अवरुद्ध पड़े हुए हैं। ऐसे इलाकों में कड़ाके की ठंड ने ग्रामीणों को घरों में कैद होने पर मजबूर कर दिया है। आकलन के तहत राज्य के दूरवर्ती व जनजातीय क्षेत्रों में अभी भी 196 मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हैं। प्रदेश में भारी बर्फबारी के कारण डोडरा क्वार के सभी मार्ग अवरुद्ध हैं। लाहुल-स्पीति में भी अधिकांश ग्रामीण मार्ग यातायात के लिए ठप हैं। ऐसे में ग्रामीणों को कड़ाके की ठंड में भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार लाहुल में 134, स्पीति में 32, डोडरा क्वार में सभी मार्ग अवरुद्ध हैं। कुल्लू डिवीजन-1 में छह और डिवीजन-2 में 14, निरमंड में दो सड़कें यातायात के लिए बंद पड़ी हुई हैं। इसके अलावा डलहौजी में एक, सलूणी में एक, तीसा में एक और भरमौर में तीन सड़कें बंद पड़ी हुई हैं। मंडी में भी दो मार्गों पर यातायात पूरी तरह से ठप है। हालांकि प्रशासन इन ग्रामीण संपर्क मार्गों को बहाल करने में युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है, मगर भारी बर्फबारी व कड़ाके की ठंड राहत कार्यों में आड़े आ रही है, जिसके चलते इन क्षेत्रों के ग्रामीणों को अभी और दिनों तक दिक्कतें झेलनी पड़ सकती हैं।

और बढ़ेंगी समस्याएं

मौसम विभाग द्वारा राज्य के मैदानी इलाकों में सोमवार को तूफान, ओलावृष्टि और पहाड़ों पर ओलावृष्टि के साथ कई स्थानों पर हल्की बर्फबारी की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में पहले से ही भारी बर्फबारी के कारण दिक्कतें झेल रहे ग्रामीणों को और दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

करोड़ों की चपत

इस विंटर सीजन के दौरान प्रदेश को करोड़ों की चपत लगी है। नुकसान का आंकड़ा 344 करोड़ के करीब पहुंच गया है। आकलन के तहत अभी तक लोक निर्माण विभाग को 247.87, आईपीएच विभाग को 43.97, बिजली बोर्ड को 51.17 और मत्स्य को एक लाख से अधिक का नुकसान हो चुका है।