ये कोई मजदूर नहीं हैं

गिरिपार के नौहराधार गेलियो में शिरगुल महाराज मंदिर करीब साढ़े सात सौ वर्ष पुराना है। वीडियो में दिख रहे यह लोग मजदूर नहीं, बल्कि क्षेत्र के श्रमदाता है जो कि मंदिर कार्य में श्रमदान कर रहे हैं। रविवार को छुट्टी के चलते सैकड़ों की संख्या में लोगा सहयोग में जुटे। इसमें बुजुर्ग, बच्चे व नौजवान सब लोग अपना भरपूर सहयोग दे रहे हैं। शिरगुल मंदिर पुरानी शैली से बनाया गया है, जब से मंदिर का निर्माण हो रहा है क्षेत्र के लोगो द्वारा श्रमदान से ही बनाया गया हैं । शिरगुल महाराज के प्रति समूचे सिरमौर के अलावा जिला शिमला,सोलन के लोगो की अटूट आस्था है, जो कि मंदिर में दिखी। जब श्रदालु चूड़धार जाते हैं तो शिरगुल महाराज के दर्शन करने जरूर पहुंचते हैं।