संजौली कालेज में मनाया विज्ञान दिवस

शिमला—शिमला के उत्कृष्ट शिक्षा केन्द्र राजकीय महाविद्यालय संजौली में मंगलवार को विज्ञान दिवस का आयोजन किया गया। मानव के लिए विज्ञान, मानव विज्ञान के लिए मूल विषय पर आधारित इस कार्यक्त्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सी बी मेहता ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की, जिसमें लगभग 500 विद्यार्थियों ने भाग लिया। अपने संबोधन में डॉक्टर मेहता ने विद्यार्थियों को जीवन में वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने को प्रेरित करते हुए नसीहत भी दी कि वास्तविक सफलता अनुशासन और लोक कल्याण की भावना के बिना प्राप्त नहीं की जा सकती। उन्होंने विश्वास जताया कि संजौली महाविद्यालय के छात्र आने वाले समय में श्रेष्ठ व्यवसायी बनने से पहले जि़म्मेदार नागरिक बनेंगे। मुख्य विशेषज्ञ के तौर पर टेक्नोलॉजी इन्नोवेशन पुरस्कार से सम्मानित एवं हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के पूर्व प्रोफेसर डॉ पी के अहलूवालिया ने बड़े ही सरल शब्दों में विज्ञान की विशालता, महानता एवं सर्वव्यापकता पर दिए वक्तव्य से छात्र – छात्राओं को खुब प्रेरित किया। माइकल फैराडे, विक्रम साराभाई, टिमोथी बरनर्स ली, मनु प्रकाश, संजीव धुरंधर, नंदन निलेकनी, जैसी शख्सियतों के योगदान के उदाहरण देते हुए डॉ आहलूवालिया ने कहा कि विज्ञान वही सर्वश्रेष्ठ है जो मानवता के कल्याण को समर्पित हो। वानिकी एवं उद्यानिकी विश्वविद्यालय नौणी में फ्लोरीकल्चर की विशेषज्ञ डॉ भारती कश्यप और डॉक्टर पूजा शर्मा ने फूलों की खेती, अवसरों का भंडार विषय पर पीपीटी के माध्यम से दिए गए अपने विस्तृत वक्तव्यों से यह सिद्ध किया कि विज्ञान की थोड़ी ही लेकिन सही समझ से किस तरह से कोई भी अपने जीवन में खुशहाली ला सकता है। महाविद्यालय सभागार में आयोजित कार्यक्रम में होनहार छात्र छात्राओं द्वारा लगाई अनेक प्रदर्शनियों के माध्यम से उन्होंने जीवन के हरेक पहलू में विज्ञान की महत्ता को सिद्ध किया। बॉटनी के विद्यार्थियों ने जहां लगभग तीन सौ तरह के औषधीय पौधों व बीजों की प्रदर्शनी लगाई, वहीं जूलॉजी के विद्यार्थियों ने सभी प्रतिभागियों के ब्लड प्रेशर व ब्लड ग्रुप की जांच की। कैमिस्ट्री के विद्यार्थियों ने बाजार से खरीदी जाने वाली खानपान की चीजों की शुद्धता जांचने के साधारण उपायों की जानकारी प्रयोग द्वारा समझाई।  कार्यक्रम का सफल आयोजन प्रोफेसर अनिल ठाकुर, प्रो संदीप चौहान, प्रो मीनाक्षी शर्मा, प्रो निधि धतवालिया, प्रो शिवानी कपरेट, प्रो मोनिका चंदेल, प्रो कीर्ति सिंघा, प्रो बृजमोहन, प्रो भारती शर्मा, प्रो रीता चंदेल आदि अध्यापकों की निगरानी में हुआ।