होला मोहल्ला का समापन

पांवटा साहिब—गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब में मनाए गए 335वें ऐतिहासिक होला मोहल्ला का शुक्रवार को विधिवत समापन हो गया है। चार दिनों तक चले इस मोहल्ले में गुरुद्वारा साहिब में कई धार्मिक आयोजन हुए। जानकारी के मुताबिक गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब मंे 335वां होला मोहल्ला 19 मार्च से शुरू हुआ था। प्रबंधक कमेटी गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब के उपप्रधान जत्थेदार सरदार हरभजन सिंह व प्रबंधक जगीर सिंह आदि ने बताया कि शुक्रवार को यमुनानगर से नगर कीर्तन सायं तीन बजे बद्रीपुर पहुंचा जो देर शाम तक गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब पहुंचा। इस जत्थे का स्वागत बद्रीपुर में समस्त संगत ने रल मिलकर किया। यह संगत गुरुद्वारा साहिब में पहुंची, जहां पर विधिवत होला मोहल्ला का समापन हुआ। उन्होंने बताया कि 19 मार्च को सुबह छह बजे शीश महल में भोग श्री अखंड पाठ साहिब के साथ होला महल्ला का शुभारंभ हुआ था। इस दौरान कीर्तन दरबार, नगर मंे भव्य कीर्तन निकाला तथा पूर्णिमा के अवसर पर खुले पंडाल मंे बाहर दीवान सुबह साढ़े नौ बजे से सायं चार बजे तक सजाया गया। रात को कवि दरबार का आयोजन हुआ। गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब के मैनेजर जगीर सिंह ने बताया कि चार दिनों के इस आयोजन में गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब में करीब साढ़े तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने शीश नवाया।