इंजेक्शन से नशा, पांच को एचआईवी
एड्स कंट्रोल सोसायटी का खुलासा, स्टेट फार्मेसी काउंसिल ने भी जताई चिंता
शिमला – इंजेक्शन से नशा करने पर पांच को एचआईवी हुआ है। नशे के प्रसार में अब इंजेक्शन का इस्तेमाल तेजी से होने लगा है। हिमाचल भी अब उन हाईटेक शहरों की तर्ज पर गिना जाने लगा है, जहां पर नशे के विभिन्न प्रकारों से उसका इस्तेमाल हो रहा है। नतीजा यह है कि इंजेक्शन के इस्तेमाल से पांच को एचआईवी हो गया है। एचआईवी प्रभावितों की केस स्टडी में यह सामने आया है कि उन्होंने इंजेक्शन से नशा किया है, जिस कारण एक को एचआईवी हुआ, जिस कारण यह अन्य को भी हो गया। चौंकाने वाली बात तो यह भी है कि केमिस्ट एसोसिएशन के अनुसार केमिस्ट के पास कई किशोर और युवा केवल सिरिंज मांगने आते हैं। एसोसिएशन के महासचिव हेमंत कुमार का कहना है कि उन्होंने सभी केमिस्ट्स से यह अपील की है कि वे बिन पर्ची पर सिरिंज की बिक्री न करें। हेमंत कुमार का कहना है कि यह भी देखा जा रहा है कि युवा दवा तो केमिस्ट से नहीं लेते हैं, लेकिन मात्र सिरिंज ही मांगते हैं। फिलहाल प्रदेश के लिए यह चिंता का विषय इसलिए भी बनता जा रहा है, क्योंकि इंजेक्शन से नशा करने वाले को यह जरा भी मालूम नहीं होता कि जिस दूसरे व्यक्ति के नशे की सिरिंज को वह इस्तेमाल कर रहा है, वह व्यक्ति भी एचआईवी प्रभावित है। एड्स कंट्रोल सोसायटी की रिपोर्ट के मुताबिक हालांकि बीते दो वर्षों में पांच केस ही ऐसे सामने आए हैं, जिन्हें एचआईवी होने का एक अहम कारण इंजेक्शन से नशा करना देखा गया है, लेकिन इस स्थिति को अभी से ही काबू में लाना जरूरी हो गया है, क्योंकि प्रदेश में अब चिट्टे का इस्तेमाल भी धड़ल्ले से हो रहा है, जो इंजेक्शन से अकसर हो रहा है।
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App