उगाही के आरोप लगाने वाला कौन

पांवटा साहिब—चुनाव के दौरान प्रदेश के एक बड़े अधिकारी पर फार्मा कंपनी से करोड़ों रुपए की उगाही करने के कथित फर्जी आरोप के बाद पूरे प्रदेश की राजनीति में भूचाल सा आ गया है। हालांकि पांवटा साहिब के जिस व्यक्ति के नाम से चुनाव आयोग में यह शिकायत की गई थी वह पुलिस के समक्ष मुकर गया है और उसने ऐसा करने वाले आरोपी के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है, जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले पांवटा साहिब के नवादा पंचायत के प्रधान हरीश सैणी के नाम का इस्तेमाल करते हुए किसी अज्ञात ने चुनाव आयोग को एक शिकायत पत्र भेजा था, जिसमें ड्रग कंट्रोलर द्वारा चुनाव को लेकर सरकार के लिए करोड़ों की उगाही करने का आरोप लगाया गया, जिससे पूरे प्रदेश में सनसनी फैल गई। मामला जब आग की तरह फैला तो जिस हरीश कुमार सैणी के नाम से शिकायत भेजी गई थी उसे ढूंढा गया और उससे पूछताछ हुई। पूछताछ में हरीश सैणी ऐसी किसी भी शिकायत से मुकर गए, जिससे मामला और उलझ गया। कथित झूठी शिकायत में अपना नाम घसीटने पर हरीश कुमार सैणी ने भी पांवटा साहिब में पुलिस में उक्त अज्ञात शिकायतकर्ता के खिलाफ मामला दर्ज करवाकर कार्रवाई की मांग की। पांवटा पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में पंचायत प्रधान हरीश सैणी ने कहा है कि उसके मित्र राजेश गुप्ता से उसे पता चला कि किसी ने इसके नाम से खबर लगाई है कि कोई नवनीत मरवाह नाम का ड्रग कंट्रोलर फार्मा उद्योगों से करोड़ों रुपए का चंदा वसूल रहा है, जबकि वास्तव में यह किसी नवनीत मरवाह को नहीं जानता है और न ही इसने कोई शिकायत पत्र व सूचना किसी कार्यालय अथवा मीडिया को इस संदर्भ में दी है। इससे लगता है कि किसी अज्ञात व्यक्ति या व्यक्तियों ने गलत तरीके से इसका नाम इस्तेमाल कर इसे समाज में बदनाम करने की नीयत से इस प्रकार की झूठी व आधारहीन शिकायत व खबर छापी है, जिससे यह मानसिक रूप से काफी परेशान व आहत हुआ है। पीडि़त हरीश सैणी ने मांग की है कि जल्द से जल्द यह पता लगाया जाए कि चुनाव आयोग को यह शिकायत भेजने वाला कौन था। वहीं यदि सूत्रों की मानें तो कथित फर्जी शिकायत मिलने के बाद आयोग ने इसे स्वास्थ्य विभाग के सचिव को भेज दिया था, जिसके बाद विभागीय कसरत तेज हुई और जिसके नाम से शिकायत भेजी थी उसे ढूंढा गया। हालांकि आम जनमानस की जहां नजरें इस बात पर टिकी हैं कि स्वास्थ्य विभाग इस कथित शिकायत को लेकर क्या कदम उठाता है, वहीं विपक्ष चुनावी मौसम में इस मुद्दे को भुनाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहेगा। ड्रग कंट्रोलर नवनीत मारवाह पहले ही कह चुके हैं कि उनके खिलाफ झूठी शिकायत की गई थी। वह किसी भी तरह की जांच का सामना करने के लिए हर वक्त तैयार हैं। वहीं पुलिस अधीक्षक सिरमौर अजय कृष्ण शर्मा ने कहा कि हरीश सैणी की शिकायत पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत पांवटा पुलिस थाने में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले के हर पहलू की गंभीरता से जांच की जा रही है। जरूरत पड़ी तो शिकायत पत्र की जांच के लिए फोरेंसिक व आईटी एक्सपर्ट की भी मदद ली जाएगी।