कमलनाथ के करीबियों पर छापे, सियासत गरमाई

By: Apr 8th, 2019 12:08 am

भोपाल -इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों से जुड़ी करीब 50 जगहों पर छापेमारी के बाद सियासत गरमा गई है। आयकर विभाग ने यह छापेमारी इंदौर, भोपाल, गोवा और दिल्ली में की है। इस कार्रवाई में आईटी के करीब 300 अधिकारी शामिल थे। जिन लोगों परिसरों में छापेमारी की गई है, उनमें कमलनाथ के पूर्व ओएसडी (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) प्रवीण कक्कड़, पूर्व सलाहकार राजेंद्र मिगलानी, उनके साले की कंपनी के कुछ अधिकारी और उनके भांजे रतुल पुरी की कंपनी शामिल है। छापेमारी में फिलहाल नौ करोड़ रुपए बरामद होने की बात सामने आई है। सूत्रों ने बताया कि यह छापेमारी हवाला के जरिए धन के लेन-देन के सिलसिले में की गई है। फिलहाल सीएम कमलनाथ ने इन रेड के बारे में कोई भी बयान देने से मना कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले इस तरह के ऑपरेशन करने के पीछे कांग्रेस नेताओं के फायनांशियल मैनेजमेंट को कमजोर करना है। इप छापेमारियों के बाद प्रदेश भर में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के निजी सचिव के घर से आयकर विभाग के छापे में करोड़ों रुपए की काली कमाई बरामद हुई है। इससे एक बात तो साफ हो गई कि जो चोर है, उसे ही चौकीदार से शिकायत है। उधर, कांग्रेस ने कमलनाथ के करीबी लोगों से संबंधित आयकर विभाग की मुहिम को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने यहां जारी बयान में कहा कि जिस तरह आयकर विभाग ने छापे मारे, उससे स्पष्ट हो गया है कि मोदी सरकार लोकसभा चुनावों की आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद इस महकमे के अफसरों को कठपुतली की तरह कांग्रेस के खिलाफ इस्तेमाल कर रही है। बता दें कि लोकसभा चुनावों की घोषणा होने से ठीक पहले ही कक्कड़ और मिगलानी ने अपने उक्त पदों से इस्तीफा दे दिया था। कक्कड़ के इंदौर, भोपाल स्थित आवास पर छापेमारी की गई है। कक्कड़ का परिवार हॉस्पिटैलिटी समेत विभिन्न क्षेत्रों के कारोबार से जुड़ा है।


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