नग्गर में 80 छात्रों ने बिखेरे रंग

रौरिक मेमोरियल ट्रस्ट में अंतरराष्ट्रीय चित्रकला स्पर्धा शुरू

पतलीकूहल—अंतरराष्ट्रीय रौरिक मेमोरियल ट्रस्ट नग्गर में रविवार को हैलेना रौरिक अकादमी ऑफ  आर्ट्स फॉर चिल्ड्रन के कैंपस में ‘रूस और भारत में रौरिक की जीवनी के ऊपर’ शीर्षक पर अंतरराष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। इसका उद्घाटन नग्गर पंचायत की प्रधान सुषमा शर्मा और आईसीआर से आए प्रतिनिधिमंडल की प्रमुख तमारा ने किया। अंतरराष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता में डीएवी मनाली, डीपीएस मनाली, जॉन वैश्ले पब्लिक स्कूल सरसेई, एलएमएस कलैहली, गू्रम्ज पब्लिक स्कूल नग्गर, राजकीय माध्यमिक पाठशाला हलाण-दो, नवोदय विद्यालय, हैलेना अकादमी ऑफ आर्ट्स फॉर चिल्ड्रन आदि स्कूलों के लगभग 80 बच्चों ने चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लिया। समारोह में आए मुख्य गणमान्यों ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।  इसमें अंतरराष्ट्रीय सेंटर ऑफ  रौरिक्स मास्को के उपनिदेशक एनातोली लेबेदेंको ने कहा कि यह संस्थान रशिया और भारत की मैत्री का प्रसिद्ध संस्थान है। यहां पर हर वर्ष सांस्कृतिक गतिविधियां चलती रहती हैं, जिसकी वजह से रशिया के लोग यहां पर आकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं और रशिया में जाकर यहां की गतिविधियों के बारे में बातें करते हैं, जिससे लोगों में सांस्कृतिक संबंध मजबूत होते हैं। ट्रस्ट की ओर से रशियन क्यूरेटर और अमरजीत आनंद ने अंतरराष्ट्रीय पेंटिंग्ज में विभिन्न स्कूलों से आए अध्यापकों और बच्चों का प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए धन्यवाद किया और कहा कि इस तरह की प्रतियोगिता में भाग लेने से बच्चों में छिपी हुई कला का पता चलता है। इसके बाद हैलेना रौरिक की जीवनी के ऊपर फिल्म का प्रदर्शन किया गया। उसके बाद अंतरराष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में विजेता रहे छात्रों को 30 अप्रैल को आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में इनाम वितरित किए जाएंगे।