नौ साल में नगर परिषद के नाम ही नहीं हुई सुजानपुर पार्किंग

By: Apr 16th, 2019 12:05 am

सुजानपुर—करीब दस हजार लोगों की आबादी वाला सुजानपुर शहर उपमंडल स्तर का दर्जा तो पा चुका है, लेकिन घनी आबादी वाले इस शहर को आज दिन तक वाहनांे के लिए पार्किंग की सुविधा नहीं मिल पाई है। ऐसा भी नहीं है कि पार्किंग नहीं बनी है। यहां पार्किंग तो है, लेकिन हैरत की बात है कि नौ वर्षों मंे यह पार्किंग स्थल सुजानपुर नगर परिषद के नाम ही नहीं हो सका। इसका नुकसान यह हुआ कि इस लावारिस पार्किंग की रखवाली करने वाला कोई नहीं है और आज यहां मनमर्जी से बड़े-बड़े ट्रक अपनी सुविधा के अनुसार लगा दिए जाते हैं। जिन वाहनांे के लिए पार्किंग बनाई गई थी वे मजबूरीवश सड़कांे के किनारे खड़े रहते हैं। फलस्वरूप उन्हंे नो पार्किंग जोन मंे खड़े होने का दंड चालान कटवाकर भुगतना पड़ता है।   सुजानपुर शहर को नौ वार्डों में बांटा गया है। प्रत्येक वार्ड में करीब 1000 से अध्किा लोगों के रहने का आंकड़ा है। शहर के आधे से ज्यादा लोगों के पास वाहन हैं। बात अगर दोपहिया वाहनों की करें, तो 70 प्रतिशत लोगों के पास दोपहिया वाहन हैं और फोर व्हीकल वाहन 50 प्रतिशत लोगों के पास हैं। सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि मात्र 10 प्रतिशत लोगों के पास अपने घरों में वाहन खड़े करने की क्षमता है। बाकी लोगों की गाडि़यां सार्वजनिक स्थानों पर ही खड़ी हो रही हैं। यह आंकड़ा शहर में रहने वाले लोगों का है। दूसरी तरफ  बात करें कि शहर में रोजाना ग्राहकों के साथ-साथ अन्य लोगों की कितनी आवाजाही होती है, तो यह भी बात सैकड़ों के निकलती है। हर कोई अपने वाहन लेकर ही सुजानपुर पहुंचता है और वाहन पार्किंग के अभाव में यहां-वहां वाहन खड़े कर बाजार तक पहुंचते हैं, लेकिन जब रोजमर्रा के सामान एवं अन्य कार्य कर वापस  अपने वाहनों तक पहुंचते हैं, तो वहां पर वाहन के ऊपर नो पार्किंग का चालान लगा हुआ मिलता है। वर्ष 2009 मंे हमीरपुर लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर ने शहर में वाहन पार्किंग को लेकर पर्यटन विभाग के सौजन्य से स्थान चिन्हित किया था। बाकायदा बजट का प्रावधान कर पार्किंग स्थल का निर्माण भी किया गया। एक साल मंे पार्किंग स्थल बनाकर तैयार करना था। पार्किंग स्थल बन भी गया, लेकिन यह स्थल नगर परिषद सुजानपुर के नाम आज तक नहीं हो सका। इस पार्किंग स्थल पर किसी अन्य पंचायत में गठित ट्रक यूनियन की गाडि़यां यहां पर खड़ी रहती हैं। यानी कि वाहन पार्किंग वाले स्थान पर गाडि़यों के कब्जे के बजाय बड़े वाहनों का कब्जा हो रखा है और पूरा दिन यहां पर यह बड़े वाहन खड़े रहते हैं। सांसद द्वारा विधिवत फाउंडेशन स्टोन रखवाकर पार्किंग स्थल का निर्माण करवाया गया, लेकिन उसके बाद इस पार्किंग को जनता के हवाले करना वह भूल गए यही कारण है कि वर्तमान में शहर में वाहन पार्किंग स्थल होने के बावजूद शहर के लोग उस वाहन पार्किंग स्थल का फायदा नहीं ले पा रहे हैं और मजबूरन नो पार्किंग का चालान कटवा रहे हैं। वाहन पार्किंग की सुविधा लोगों को कब मिलेगी, कब लोग इसका फायदा लेंगे कब इस स्थल पर गाडि़यां खड़ी होंगी इन सब बातों पर प्रश्नचिन्ह लगा हुआ है।

करवाया जा रहा मार्ग का निर्माण 

इस विषय पर भाजपा समर्थित नगर परिषद अध्यक्ष अशोक मेहरा का कहना है कि जिस स्थान पर वाहन पार्किंग स्थल सांसद ने बनवाया है वहां तक वाहन पहुंचाने के लिए रास्ते का निर्माण कार्य लगा है। शीघ्र ही निर्माण कार्य पूरा होकर वाहन पार्किंग का फायदा लोगों को मिलेगा।

न के बराबर है पार्किंग स्थल

सुजानपुर ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष मनीष गुप्ता ने बताया वाहन पार्किंग शहर में ना होने के कारण रोजाना लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। सांसद द्वारा जो स्थान चिन्हित किया गया है वह भी न होने के बराबर है, क्योंकि उस स्थान पर बड़े वाहन किसकी मंजूरी से यहां पर खड़े होते हैं। इस बात का जवाब भी भाजपा के लोग ही दे सकते हैं।


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