पंडित सुखराम ने पार कीं परिवारवाद की हदें

ऊना—हिमाचल प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष एवं प्रदेश भाजपा प्रवक्ता प्रो. राम कुमार ने पंडित सुखराम ने पौत्र मोह को तरजीह देकर राजनीति में गलत परंपरा को जन्म दे दिया है। उन्होंने कहा कि पंडित सुखराम ने परिवारवाद की सारी हदों को पार कर दिया है। रविवार को ऊना में प्रो. राम कुमार ने कहा कि अनिल शर्मा को नैतिकता के आधार पर पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करना चाहिए। पार्टी से त्याग पत्र देकर अनिल शर्मा को एक तरफ आना चाहिए। चाहे पुत्र के लिए कार्य करें या फिर भाजपा प्रत्याशी के लिए यह उन पर निर्भर है। राम कुमार ने कहा कि यदि अनिल शर्मा को पार्टी की सेवा करनी है तो मंडी लोकसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंडित सुखराम हमेशा ही अपने परिवार के लिए ही चिंतित रहे हैं। अब अपने पौत्र के बारे में चिंता कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस में क्या पंडित सुखराम के पौत्र के अलावा कोई भी योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि इस परिवार ने प्रदेश की राजनीति को भी नुकसान किया है। उन्होंने पंडित सुखराम की पैरवी करने पर और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के खिलाफ बयानबाजी करने के लिए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने मुकेश पर तंज कसते हुए कहा कि मुकेश को भूलना नहीं चाहिए कि वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की ही कृपादृष्टि से नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर विराजमान हुए हैं। नेता प्रतिपक्ष को यह कुर्सी कोई कानूनी तौर पर नहीं मिली है। जबकि नेता प्रतिपक्ष इस कुर्सी के लिए पात्र ही नहीं थे। प्रो. राम कुमार ने पंडित सुखराम, अनिल शर्मा, आश्रय शर्मा द्वारा सीएम जयराम के खिलाफ की गई टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि जयराम पांच बार के विधायक हैं। एक बार कैबिनेट मंत्री और एक बाद बोर्ड के चेयरमैन तक रह चुके हैं। इतना ही नहीं वह पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष का भी सफल दायित्व निभा भी चुके हैं। जबकि पंडित सुखराम परिवार तो कभी टिक कर एक पार्टी में बैठा ही नहीं।  राम कुमार ने कहा कि किसी को नहीं भूला है कि मंडी में किस नेता के घर से करोड़ों रुपए पकड़े जाने के मामला सामने आया था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मेहनत के चलते यहां तक पहुंचे हैं। इस दौरान राजीव राणा सहित अन्य मौजूद थे।