पुलिस ने महीने के बाद परिवार से मिलाया लापता युवक

गगरेट —गत एक माह से अपने घर से लापता युवक को गगरेट पुलिस नाके के कर्मियों ने उसको उसके परिजनों से मिला कर उनके परिवार में फिर से खुशिया लौटाई। एक पत्नी को पति से मिलाया और बेटे के बाप से मिला कर बेहद पुण्य का कार्य किया है। एक भाई को जब उसका खोया हुआ भाई मिला तो उसकी आंखों से खुशी के आंसुओं का सैलाब रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। पंजाब के तरनतारन गांव कोहाड़का थाना मानोचाल का एक युवक सुखचैन जो कि मानसिक रूप से भी विक्षिप्त है। विगत एक माह से अपने घर से आनंदपुर साहिब में माथा टेकने निकला था, लेकिन एक माह तक वह अपने घर नहीं लौटा। उसके परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रपट पंजाब के थाना मानोचाल में भी दर्ज करवाई थी, लेकिन उसका कोई पता न चल पाया। मंगलवार को आशा देवी मंदिर के पास पुलिस को नाके पर तैनात तैनात हैड कांस्टेबल केवल खान संजीव कुमार व कांस्टेबल शुभम ने वहां नाके का आस पास एक संदिग्ध व्यक्ति को घूमते देखा जब केवल खान ने उससे पूछताछ की तो मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण कोई भी उत्तर ढंग से नहीं दे पा रहा था। वह इतना ही बता पा रहा था कि वह तरनतारन का रहने वाला है। जस पर उन्होंने उसकी बाजू पर लिखे उसके नाम को पढ़ा और गगरेट व अंब के थाना में उस बारे पता किया कि इस नाम की कोई गुमशुदगी की रपट थाना में दर्ज तो नहीं, लेकिन जिला ऊना में इस व्यक्ति की गुम होने की कोई रपट दर्ज नहीं थी। उसके बाद भी केवल खान ने हिम्मत न हारी और तरनतारन थाना में संपर्क किया। वहां से पता चला कि विगत माह से तरनतारन के गांव कोहाड़का थाना मानोचाल में सुखचैन की गुमशुदगी की रपट दर्ज है। वहां से उसके घरवालों का नंबर लेकर जब संपर्क किया तो उनकी खुशी को कोई ठिकाना न रहा और फोन पर रोते हुए उन्होंने केवल खान को बताया कि वह इसकी तलाश पिछले एक माह से कर रहे हैं। घर से यह आनंदपुर साहिब में माथा टेकने गेया था। उसके बाद से इसका कोई पता नहीं चल पाया। मंगलवार को देर शाम उसका भाई सुखजिंद्र सिंह उसको लेने आया। सुखजिंद्र ने बताया कि सुखचैन शादीशुदा है और उसका एक बेटा भी है। घर में सब का रो-रो कर बुरा हाल था। हिमाचल पुलिस के इन जवानों को उसने सलाम किया, जिन्होंने उसके बिछुड़े भाई को फिर से मिला दिया। उसकी आंखों से खुशी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे था।