पुस्तक मेले में कवियों ने लूटी महफिल

धर्मशाला—राष्ट्रीय पुस्तक न्यास भारत के धर्मशाला पुलिस मैदान में पुस्तकों के साथ-साथ विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार को केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें मुख्यातिथि के तौर पर संजय सिंह राजभाषा अधिकारी सीयू, डा. कुलदीप कुमार संस्कृत विभाग सीयू, सहायक आचार्य शिक्षा विभाग सीयू डा. चंद्रकांत व संचालक सर्वेश कुमार मिश्रा रहे। कार्यक्रम में काव्य पाठ का आयोजन किया गया। इसमें शिवा, अभिनव, शालिनी, वंशिता, संतोष, शुभम, शिराज अहमद, शिवानी, विपाशा, सविता, शानू शर्मा, शिवदत्त, सुजाता, सुरेश कुमार व सर्वेश कुमार मिश्रा आदि प्रतिभागी के तौर पर भाग लिया। प्रतिभागियों ने हिंदी, उर्दू व हिमाचली भाषा में अपनी रचनाएं सबके सामने प्रस्तुत की। योगेश समदर्शी ने एक प्रकाशक हैं, उन्होंने भी कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाई। अपने भाषण में विशिष्ट अतिथि डा. कुलदीप कुमार ने कहा कि आज के इस काव्य पाठ में तीन स्तर दिखाई दिए। इसमें कुछ प्रतिभागियों ने कागज को देखकर बोला, कुछ ने फोन का इस्तेमाल किया तो कुछ ने स्मृति से बोला। उन्होंने कहा कि वह अपेक्षा करते हैं कि भविष्य में सभी प्रतिभागी स्मृति से बोले, क्योंकि स्मृति वचन का महत्त्व यह है कि जो स्मरण किया जाता है, वह चेतना का हिस्सा बन जाता है। अंत में उन्होंने संस्कृत में एक कविता भी पढी। रेनू भंडारी ने अपने भाषण में उभरते कलाकारों को अपनी रचनाएं प्रस्तुत करने का मौका मिलने को सराहा। कार्यक्रम के अध्यक्ष चंद्रकांत ने कहा कि छह सालों में केंद्रीय विश्वविद्यालय ने एक नया मुकाम हासिल किया है, जो कि आज प्रतिभागियों के जरिए देखने को मिला। इसके पश्चात सभी प्रतिभागियों को पुस्तक देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दूसरे पड़ाव में विश्वविद्यालय से आए बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। इसमें शिवानी और सुजाता ने नृत्य प्रस्तुत किया और साथ ही साथ भरत, दीपिका, शिवानी, शिवा पंचकर्म द्वारा गाने की प्रस्तुति दी गई।