सलोगड़ा में दरकती पहाड़ी ने फुलाई सांसें

सोलन —दो दिन से रुक-रुक कर हो रही बारिश एवं फोरलेन कार्य के चलते बुधवार को भी सलोगड़ा के समीप पहाड़ी का दरकना जारी रहा। इस कारण कई दफा जाम की स्थिति भी बनी रही। हालांकि फोरलेन निर्माण कार्य में जुटी कंपनी द्वारा एचएच को बहाल रखने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। गौर रहे कि मंगलवार रात करीब सवा नौ बजे सलोगड़ा के समीप अचानक पहाड़ी दरक गई। इस दौरान पहाड़ी से बड़ी-बड़ी चट्टानें एनएच पर आ गिरी। इससे करीब आधा घंटा के लिए एनएच पूरी तरह से बंद रहा, जिस कारण दोनांे ओर कई किलोमीटर तक वाहनों की कतारंे लगी रही। जाम में एक एंबुलेंस भी फंसी रही। बताया जा रहा है कि इस एंबुलेंस में प्रसव पीड़ा से पीडि़त एक महिला थी, जिसे डिलीवरी के लिए अस्पताल लाया जा रहा था। इस दौरान प्रशासन एवं कंपनी के सहयोग से सबसे पहले एंबुलेंस को मौके से निकाला गया। इसके बाद धीरे-धीरे अन्य वाहनों को रवाना किया गया। सूचना मिलते ही प्रशासन की ओर से एसडीएम सोलन रोहित राठौर मौके पर पहुंचे। उन्होंने वहां पूरी स्थिति का जायजा लिया और कंपनी को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। सुखद यह रहा कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। कोई अनहोनी न हो और दोबारा जाम की स्थिति न बने इसके लिए कंपनी के उच्चाधिकारी भी रातभर मौके पर मौजूद रहे। खतरा इसलिए भी अधिक था कि जिस स्थान पर पहाड़ी दरक रही हैं ठीक उसके ऊपर बिजली की हाई-वोल्टेज लाइन गुजर रही है। यदि बिजली का पोल इस दौरान गिर जाता तो अधिक नुकसान हो सकता है। ऐसी कोई स्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए कंपनी ने आधी रात को ही बिजली की सप्लाई बंद करवा दी। गौर रहे कि कालका-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहाड़ी दरकने का सिलसिला कोई पुराना नहीं है। इससे पहले धर्मपुर, जाबली एवं कोटी में कई बार पहाड़ी दरकने से लोगों की मुश्किलें बढ़ी है। अब सोलन से शिमला के मध्य भी यह सिलसिला जारी हो चुका है।