40 दिन के बाद खाई से निकाली गाय

रामपुर बुशहर—गोरक्षा संकल्प समिति रतनपुर ने 40 दिनों से खाई मे फंसी गाय को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। गाय को कई जगहों पर चोटें आई थीं, स्वयंसेवियों ने गाय को रतनपुर गोशाला पहंुचायां। जहां उसका उपचार चल रहा है। गोरक्षा संकल्प समिति रतनपुर के उपाध्यक्ष विक्रांत ने बताया कि बीते दो मार्च को झाकड़ी के गसो गांव में एनएच-पांच के पास सतलुज नदी के किनारे चोटिल अवस्था में गौ माता फंसे होने की जानकारी मिली। उन्होंने बतया कि जिस स्थान पर गाय फंसी थी वहां पर जाने का रास्ता काफी संकरा था जिससे वहां पर पहुंचना मुश्किल हो रहा था। उन्होंेने बताया कि इसके बाद समिति ने गाय को खाई से बाहर निकालने के लिए कई उपाय किए लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद भी गाय को बाहर नही निकाला जा सका। इस दौरान फंसी गाय को कई जगह पर चोटें भी आई थीं जिससे उसके घाव में संक्रमण भी फैल गया था। गाय को पशु चिकित्सक के सहयोग से प्रारंभिक उपचार दिया गया। उन्होंने बताया कि इस बात की जानकारी उपमंडलाधिकारी रामपुर को भी दी गई। प्रशासन ने भी मौके पर पशु चिकित्सक को भेजा और गाय को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास किया गया। 40 दिनों तक के लगातार कोशिशों के बाद गाय को बाहर निकाला गया। गाय को सुरक्षित बाहर निकालनें के लिए योजनाबद्ध तरीके से लोगों को नीचे खाई मे उतारा गया। इसके पश्चात चोटिल गाय को लकड़ी व लोहे की पालकी में रखकर, रस्सियों से खींचा गया। गाय को लगभग एक किलोमीटर दूर रतनपुर गोशाला ले जाया गया। गाय को कई जगहों पर चोटें आई थी। अब रतनपुर गोशाला मे गाय का पूर्ण उपचार चल रहा है। गाय को खाई से सुरक्षित निकालने में गोरक्षा संकल्प समिति रतनपुर के उपाध्यक्ष विक्रांत व उनके सहयोगी राकेश, गोलू राणा, शेखर, मोदी भाई, पुष्पराज, देवेंद्र, सुशील, एसजेवेएन के कर्मचारी, अन्य स्वयंसेवक, पशु चिकित्सक व प्रशासन का सहयोग रहा।