अब चुनाव करेंगे विकास का हिसाब-किताब

By: May 2nd, 2019 12:01 am

हिमाचल में भाजपा सरकार का एक साल से ज्यादा का कार्यकाल पूरा हो चुका है और लोकसभा चुनाव भी नजदीक हैं। ऐसे में कुल्लू विधानसभा क्षेत्र में इस दौरान कितना विकास हुआ और यह हलका कहां पिछड़ा, इस विषय पर विशेष रिपोर्ट पेश कर रही हैं शालिनी राय भारद्वाज…

सुंदर सिंह ठाकुर

विधायक, कुल्लू

विधानसभा क्षेत्र-कुल्लू

कुल वोटर-81653  महिला मतदाता- 39887  पुरुष मतदाता- 41766

हासिल किए 31423 मत

वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी सुंदर सिंह ठाकुर को 31423 वोट मिले। इसके अलावा भाजपा प्रत्याशी महेश्वर सिंह को 29885, आजाद प्रत्याशी रेणुका डोगरा को 469, कमलकांत शर्मा (आजाद) 243 वोट मिले।

लोकसभा चुनावों का शंखनाद होते ही प्रदेश की दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे को जवाब देने का हर मुमकिन अवसर तलाश कर रही हैं। इस बार लोकसभा चुनावों में प्रदेश में भाजपा की सरकार का एक साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है। ऐसे में एक साल के कार्यकाल का हिसाब-किताब भी यहां होगा। पक्ष और विपक्ष के नेता अपनी-अपनी पार्टियों की नीतियों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं। यहां प्रदेश के मुख्यमंत्री की कमान भी नए चेहरे जयराम ठाकुर के हाथों में है और एक साल का कार्यकाल भी नए मुख्यमंत्री पूरा कर चुके हैं। जहां इन दिनों दोनों पक्षों के नेता जनता को रिझाने में जुटे हैं। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं है, लेकिन कुल्लू विधानसभा क्षेत्र के विधायक इस बार कांग्रेस संबंधित हैं। यही नहीं, वह जिला कुल्लू में एक ही ऐसे कांग्रेस के विधायक हैं, जिन्होंने जीत हासिल की है। जाहिर है विधायक सुंदर सिंह ठाकुर को प्रदेश सरकार की ओर से अपने विधानसभा क्षेत्र में कुछ विकास के काम करवाने को लेकर कुछ दिक्कतें और रुकावटें भी एक साल में आई होंगी। एक साल में स्थानीय विधायक ने अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों को काफी कुछ देने का प्रयास किया है। वहीं जनता एक वर्ष का हिसाब मांग रही है। एक वर्ष में क्या खोया और क्या पाया, इस पर स्थानीय कुल्लू विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर का कहना है कि पिछले एक वर्ष में उन्होंने सबसे पहले क्षेत्रीय अस्पाल कुल्लू में खाली चल रहे डाक्टरों के पदों को भरने के लिए सड़कों पर उतर कर धरना-प्रदर्शन किया और जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल रहा है। खाली चल रहे डाक्टर के पद भरे गए हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी बिचौली के माध्यम से मिले बिना उन्होंने जनता से सीधा संवाद बांधा। जिसे किसी भी तरह की दिक्कत है, वह उनके घर, कार्यालय या कहीं पर भी आकर अपनी समस्या को रख सकता है और उसकी पूरी मदद की जाती है। इसके बाद शोभला ट्रस्ट बनाया गया। यहां सभी जरूरतमंदों की मदद की जाती है। शोभला साथी ट्रस्ट बनाने के बाद कसोल में स्वास्थ्य संबंधित कैंप का आयोजन किया गया, जहां पर विशेषज्ञों डाक्टरों ने लोगों के स्वास्थ्य की जांच की। कैंप में एक हजार लोगों ने इस सुविधा का लाभ लिया। विधायक ने बताया कि महिला मंडलों, युवक मंडलों को मान-सम्मान दिया गया। जहां पर जिन्हें जिस चीज की जरूरत है, उनकी मदद की गई और की जा रही है। कई छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए मदद और जिस भी जरूरतमंद को स्वास्थ्य के लिए अगर बाहर के अस्पताल में रैफर किया जाता है, तो  उसकी भी मदद ट्रस्ट के माध्यम से हो रही है। वहीं क्षेत्र में सडक़, विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है। जहां पर कई सड़कें प्लान में डाली गई हैं, पानी की नई योजनाएं प्राथमिकता के आधार पर ली गई हैं। इसी के साथ पिरड़ी से कुल्लू शहर तक सर्कुलर रोड, जो गांव सड़क सुविधा से रह गए हैं, उन्हें सड़क सुविधा से जोड़ना, इन सभी को विधायक प्राथमिकता में लिया गया है। नई योजनाएं बनाई गई हैं, इन पर कार्य शुरू हो होगा। खराहल के लिए साढ़े नौ करोड़ से ब्यास नदी का पानी उठाकर बिजली महादेव तक पहुंचाया जाएगा, जिसकी डीपीआर तैयार है। तेगूबेहड़, भूंतर हैल्थ सेंटर में आपातकालीन स्थिति में 24 घंटे सेवाएं शुरू की गई हैं। पूर्व में किसी भी प्रोजेक्ट को नहीं रोका गया है। उन्होंने कहा कि केवल मात्र जिस क्षेत्र में जो प्राथमिकता पहले थी, उसे आवश्यकता के अनुसार ही बदला गया है, ताकि जनता को लाभ मिल सके। विधायक ने कहा कि काम किया है, कर रहे हैं और करते रहेंगे। जनता की सेवा के लिए आगे आया हूं और सेवा करूंगा। वेतन से मिलने वाले धन को भी जनता की सेवा पर ही खर्च किया जा रहा है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री एक ही बार कुल्लू दशहरे के लिए आए। बाकी उनके कार्यक्रम यूं ही अपने लिए बनते रहे। कुल्लू विधानसभा क्षेत्र के लिए कभी विशेष रूप से कार्यक्रम नहीं बना।

क्षेत्र को बेहतर सड़क सुविधा से जोड़ना प्राथमिकता

क्षेत्र के लिए सबसे पहले बेहतर सडक़ सुविधा से जोडऩा है, क्योंकि आज भी कई गांव  ऐसे हैं, जहां तक सडक़ सुविधा नहीं है। गांव तक पहुंचने के लिए अभी तक रास्ते छोटे हैं। ऐसे में पहले प्राथमिकता लोगों को सड़क सुविधा से जोड़ना है। सडक़ सुविधा होगी, तो बाकी सुविधाएं अपने आप क्षेत्र में पहुंच जाएंगी। सड़क सुविधा होने से स्वास्थ्य सुविधाएं व पर्यटन के क्षेत्र में गांव आगे बढ़ेंगे। हिमाचल प्रदेश में कुल्लू विधानसभा क्षेत्र को सबसे अग्रणी मूलभूत सुविधाओं से जोड़ने की योजना है।

जनमंच सिर्फ औपचारिकता

प्रदेश में जनमंच के कार्यक्रम महज औपचारिकताएं हैं। मंत्री आते हैं, समस्या सुनते हैं और चले जाते हैं। कोई समाधान सही मायने में हल नहीं हो पाता है। जनमंच अफसरशाही की लीपापोती तक ही सीमित रह गया है। अभी तक लोगों की जो भी समस्याएं हैं, अधिकतर पूरी नहीं हो पाई हैं। मौके पर भी जनता हताश होकर कई बार लौट जाती है।

घोषणाएं कीं, पर धरातल पर काम नहीं

महेश्वर सिंह

पूर्व सांसद

पूर्व सांसद एवं विधायक रहे महेश्वर सिंह का कहना है कि विधायक ने घोषणाएं तो बहुत कीं, लेकिन धरातल पर कोई भी काम होता नहीं देखा गया है। उन्होंने कहा कि विधायक ने कुछ योजनाएं जरूर इधर-उधर की हैं, यानी इसकी टोपी उसके सिर और उस की टोपी दूसरे के सिर। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों ने जिला में काम किया है। उससे जनता भली-भांति परिचित हैं और प्रधानमंत्री व प्रदेश सरकार ने अपने एक साल के कार्यकाल में जो विकास करवाए हैं, वह भी जनता जानती है। प्रदेश की जनता को प्रदेश सरकार ने विभिन्न योजनाओं के तहत लाभान्वित किया। इसी के आधार पर जनता भाजपा को चुनावों में भारी मतों से जिताएगी।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App