अब वीकेंड पर ठप हो जाएगा मकलोडगंज

पुलिस-प्रशासन अभी तक अनजान; नहीं बनाया कोई प्लान, आधे रास्ते तक पहुंच रहीं बसें, कई घंटों तक ट्रैफिक जाम

मकलोडगंज—अब वीकेंड में पर्यटन नगरी मकलोडगंज पूरी तरह से ठप होने की कगार पर पहुंच गई है। वीकेंड में आम दिनों के मुकाबले 10 गुना से भी अधिक पर्यटक मकलोडगंज में पहुंचते हैं। अब तक तीन दिनों से बंद चल रहे बस स्टैंड और दो मंजिला पार्किंग से बहुत अधिक प्रभाव नहीं पड़ा है। लेकिन अब शनिवार और रविवार को आने वाले वाहनों के सैलाब को मकलोडगंज नहीं संभाल पाएगा। जिसके कारण लंबे ट्रैफिक जाम सहित आधे-अधूरे रास्ते में ही बसों से रुकने के लिए पर्यटकों को मजबूर होना पड़ेगा। वहीं प्रशासन व पुलिस ने अब तक अनजान बनकर कोई भी ट्रैफिक प्लान नहीं बनाया है। साथ ही निजी कंपनी के मालिक की मनमर्जी भी कोई एक्शन नहीं किया जा रहा है। जिससे पर्यटक सीजन में देश भर से पहुंच रहे पर्यटकों को पार्किंग नहीं मिल पा रही है। साथ ही कई घंटों के लंबे ट्रैफिक जाम की समस्या से भी परेशान होना पड़ रहा है। नगर निगम धर्मशाला के तहत आने वाले वार्ड नंबर दो मकलोडगंज में बंद किए गए बस स्टैंड से बसों को मुख्य चौक पर आकर मुड़ना पड़ रहा है। जिसके परिणामस्वरूप क्षेत्र मंे वाहनों के आवागमन में बाधा आ रही हैं। वहीं जी का जंजाल बनकर रह गए इस बस स्टैंड से दिल्ली एवं अन्य दूसरे पयर्टन स्थलों की और जाने वाली टूरिस्ट बसों को मकलोडगंज से करीब दस किलोमीटर की दूर बाइपास रोड पर खड़ा होने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। यही नहीं पयर्टक नगरी मंे ठहरे हुए बाहरी राज्यों के सैलानियों को दिल्ली, मनाली, देहरादून, अमृतसर आदि जाने के लिए अतिरिक्त कीमत चुकाकर बसों तक पहंुचना पड़ रहा हैं। इतना ही नहीं मकलोडगंज व इससे लगते भागसूनाग व धर्मकोट आदि के रहने वाले स्कूली छात्रों व स्थानीय परिवारों को भी बस स्टैंड के बंद होने से काफी दिक्कत हो रही हैं। लेकिन अब वीकेंड का बोझ मकलोडगंज नहीं उठा पाएगा। इससे भी बड़ी लापरवाही प्रशासन व पुलिस विभाग की देखने को मिल रही है कि अब तक कोई भी उचित व्यवस्था नहीं की गई है। जिसके कारण प्रचंड गर्मी में छुट्टियां मनाने आने वाले लोगों को कई घंटों तक गर्मियों में गाडि़यों में बैठकर अपने वाहन के निकलने का इंतजार करना पड़ रहा है।