इंतजाम अधूरे…चामुंडा मंदिर में भक्तों की सुरक्षा रामभरोसे

पर्यटक सीजन के चलते मंदिर में हर रोज उमड़ रही श्र्द्धालुओं की भारी भीड़, 12 जवानों की भेजी डिमांड पर मिले महज दस

धर्मशाला—जिला कांगड़ा के प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां चामुंडा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा इन दिनों राम भरोसे ही चल रही है। पर्यटक सीजन के दौरान मां के भक्तजन देश-विदेश से दर्शन करने पहुंचते हैं, जिससे की समान्य के मुकाबले पर्यटन सीजन में भक्तों की संख्या में काफी इजाफा होता है, लेकिन प्रशासन ने पर्यटन सीजन के मद्देनजर रखते हुए भी कोई विशेष इंतजाम नहीं किए गए हैं। हैरत की बात तो यह है कि मंदिर परिसर का जीर्णोद्धार हो रहा है, जिससे मंदिर के समान्य रास्तों में बदलाव किया गया है । इस समय सुरक्षा बल की जरूरत अधिक है, लेकिन कहीं न कहीं प्रशासन इस बात को हलके में ले रहा है। रोजाना दर्शनों को हजारों की संख्या में भक्त पहुंच रहे है, लेकिन हजारों की संख्या पर मात्र दो होम गार्ड मुख्य मंदिर में ड्यूटी दे रहे हैं।  वर्तमान में सरकार को मंदिर प्रशासन की ओर से 12 जवानों की डिमांड भेजी गई थी, लेकिन मंदिर में दस ही उपलब्ध हो पाएं हैं। इसमें मुख्य मंदिर में एक पुरुष व एक महिला जवान तैनात किए जाते हैं इसी तरह एक पुरुष और महिला जवान शिव मंदिर में ड्यूटी देते हैं। इसके अलावा दो जवान रात्रि ड्यूटी पर होते हैं और एक जवान लंगर हाल में ड्यूटी पर तैनात किया जाता है। मंदिर में पुलिस की चौकी भी स्थापित की गई है। पुलिस आपातकाल स्थिति व मंदिर में भीड़ अधिक होने पर ही ड्यूटी देती है। ऐसे पुलिस सड़क मार्ग व नजदीकी आठ पंचायतों में गश्त शिकायतों का निपटान करने में भी व्यस्त रहती है।

मंदिर में तोड़ फोड़ के काम से हादसे का डर

मंदिर में भवन निर्माणधीन होने के चलते इन दिनों सुरक्षा की जरूरत अधिक है। इन दिनों समान्य से अधिक श्रद्धालु पहंुच रहे हैं साथ ही मंदिर के पुराने भवन में तोड़फोड़ का कार्य भी चल रहा है। यहां अनजान श्रद्धालु हादसे का शिकार भी हो सकते हैं, लेकिन इस पर प्रशासन का ध्यान नहीं है।