एक तरफ जीत का माहौल, तो दूसरी ओर एक-दूसरे पर साध रहे निशाना

ऊना—लोकसभा चुनावों में करारी हार के बाद भाजपा जश्न के माहौल में है,वहीं कांग्रेस में हार का ठीकरां एक-दूसरे पर फोड़ने की कवायद शुरू हो गई है। पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने हार के लिए पूर्व पीसीसी चीफ सुखविंदर सिंह सुक्खु पर निशाना साधा,तो सुक्खु कैंप ने भी पलटवार किया है। ऊना में मीडिया कर्मियों के सवालों के जवाब में सदर ऊना विधानसभा क्षेत्र से विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने कहा कि वीरभद्र सिंह की पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुक्खु पर की गई बयानवाजी से पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा, जिसका परिणाम लोकसभा चुनावों के नतीजों पर भी पड़ा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने काफी समय पहले ही लोकसभा चुनावों की तैयारियां शुरू कर दी थी तथा पूरे प्रदेश में भाजपा ने एकजुटता से अपने कार्यक्रम चलाएं,जबकि दूसरी तरफ कांग्रेस के बड़े नेता अपने ही पार्टी नेताओं के विरुद गुबार निकालते रहे। वीरभद्र सिंह ने हमीरपुर रैली में मंच से पार्टी के पूर्व अध्यक्ष को गंद तक कह डाला,जिससे उनके समर्थकों में भारी रोष व निराशा का भाव उत्पन्न हुआ। उन्होंने कहा कि चुनावों से तीन माह पहले प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व में परिवर्तन करने से भी लोकसभा चुनावों की तैयारियां प्रभावित हुई।  सतपाल रायजादा ने एनडीए सरकार द्वारा चुनावों से ठीक पहले किसानों को तीन किस्तों में दो-दो हजार रुपए बैंक खातों में डालने की योजना लांच करने को चुनावी रिश्वत करार दिया। उन्होंने कहा कि इस योजना से हर गांव में 60 से 70 प्रतिशत मतदाता प्रभावित हुए। आचार संहिता लगने के बाद भी इस योजना के तहत दूसरी किस्त में दो-दो हजार रुपए किसानों के खातों में डाले गए, जिससे भी मतदाता प्रभावित हुए।