एनडीआरएफ  की टीम ने सिखाए आपदा के गुर

मनाली—आपदा प्रबंधन तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए जिला में 15 दिवसीय प्रवास पर पहुंची राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल यानी एनडीआरएफ  की 25 सदस्यीय टीम ने तीन दिनों के दौरान निर्माणाधीन रोहतांग सुरंग के दक्षिणी छोर धुंधी, रोहतांग, मढ़ी, फोजल जलविद्युत स्टेशन, खराहल घाटी और अन्य महत्त्वपूर्ण स्थलों का दौरा किया। भटिंडा स्थित एनडीआरएफ  की सातवीं वाहिनी के क्षेत्रीय केंद्र नूरपुर से निरीक्षक अजय शुक्ला के नेतृत्व में आई इस टीम ने रोहतांग मार्ग पर फंसे ट्रक को निकालकर यातायात बहाल किया। टीम के सदस्यों ने मनाली में होटल एसोसिएशन के सदस्यों को आपदा प्रबंधन की बारीकियों से अवगत करवाया तथा किसी भी तरह की आपात परिस्थिति से निपटने के लिए आवश्यक प्रबंध करने की अपील की। उन्होंने होटल स्टाफ  को भी जागरूक करने तथा नियमित रूप से मॉकड्रिल करवाने पर जोर दिया। अजय शुक्ला ने कहा कि हर होटल के आसपास एक खुला स्थान जरूर होना चाहिए, ताकि भूकंप, अग्निकांड या अन्य किसी आपदा के समय लोग सुरक्षित उस स्थान पर इकट्ठा हो सकें। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं एडीएम अक्षय सूद ने बताया कि एनडीआरएफ  की टीम ने बिजली महादेव के निकटवर्ती गांवों का भी दौरा किया। टीम ने स्थानीय लोगों से संसाधनों की जानकारी ली तथा आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों की पहचान की। एनडीआरएफ  के अधिकारियों और जवानों ने नग्गर विकास खंड के कई शिक्षण संस्थानों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए तथा विद्यार्थियों को राहत व बचाव के गुर सिखाए। उक्त टीम में निरीक्षक अजय शुक्ला, उपनिरीक्षक जितेश, उपनिरीक्षक अशोक कुमार तथा 22 जवानों के अलावा होमगार्ड के कंपनी कमांडर केके भंडारी भी अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।