किन्नौर में बागबानों को सशक्त करने के दिए टिप्स

भावानगर—जनजातिय जिला किन्नौर के बागबानों को जागरूक और सशक्त करने के लिए किन्नौर जिला के भावा नगर में एकदिवसीय अनुभव आदान-प्रदान कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में नार्बाड के मुख्य महाप्रबंधक रणवीर सिंह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की व जिला विकास प्रबंधक नार्बाड विजय नेगी भी विशेष रूप से मौजूद थे। मुख्य महा प्रबंधक नार्बाड रणवीर सिंह ने देश व प्रदेश में नार्बाड द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए सभी उपस्थित किसानों से योजनाओं का भरपूर लाभी उठाने का आहवान किया। रूपी, छोटा कम्बा और नाथपा ग्राम पंचायत के बागबानों के लिए नार्बाड के सहयोग से हिल एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट प्रमोशन सोसाइटी (हार्प) शिमला द्वारा यह कार्यक्रम  चलाया जा रहा है। इस  कार्यशाला में  लगभग 40 बागबानों ने हिस्सा लिया। हार्प संस्था के अध्यक्ष डा. आरएस रत्न ने बताया की यह कार्यक्रम एकीकृत जनजातीय विकास परियोजना के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है। परियोजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय को उद्यानिकी द्वारा दोगुना करना है। परियोजना के अंतर्गत लगभग 437 एकड़ भूमि में सेब, अखरोट, नाशपाती तथा चूली के पौधे लगाए लगाए जा चुके हैं। तीनों पंचायतों में लगभग 74282 पौधे लगाए जा चुके हैं। परियोजना में सिंचाई का प्रबंध भी किया गया है। चिन्हित पंचायतों में किसानो का चहुमुखी विकास हो इसके लिए विभिन्न विषयों पर इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम समय-समय पर गांव व पंचायत स्तर पर आयोजित किए जा रहे हैं। हार्प द्वारा परियोजना के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन जारी है जोकि 2021 तक चलेगा। हार्प के परियोजना निदेशक डा. हरिंदर ठाकुर ने सभी बागबानों से अनुरोध किया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने जो भी जानकारियां ग्रहण की हैं उनको अपने घरों व गांवों में प्रचारित करें। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में परियोजना की प्रगति रिर्पोट पर चर्चा की गई व आगामी कार्ययोजना भी तैयार की गई। इस मौके पर पशु चिकित्सा अधिकारी, कृषि विकास अधिकारी व उद्यान प्रसार अधिकारी ने विभागों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई।