कुल्लू में पर्यावरण बचाने का दिया संदेश

कुल्लू —एक्टिव मोनाल कल्चरल एसोसिएशन कुल्लू द्वारा भाषा  एवं संस्कृति विभाग कुल्लू के  संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित दो दिवसीय बाल नाट्योत्सव के दूसरे दिन भी लाल चंद प्रार्थी कलाकेंद्र में पांच लघु नाटकों का मंचन किया। इन नाटकों द्वारा बच्चों ने कभी पर्यावरण बचाने तथा कभी जंगल और जंगली जानवरों को बचाने का संदेश दिया। पहला नाटक पिरड़ी स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला बदाह-1 के छात्रों ने रामकिशोर मेहता लिखित ‘जंगल में जनतन्त्र’ आरती ठाकुर के निर्देशन में प्रस्तुत किया। नाटक से बच्चों ने जंगल तथा जंगली जानवर बचाने की अपील की। दूसरा नाटक पर्यावरण का संदेश लिए भूषण देव द्वारा लिखित व निर्देशित ‘वी आई पी’ रहा। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मौहल के छात्रों ने इस नाटक में दिखाया या कि पर्यावरण ही सबसे बड़ा वी आई पी है। तीसरा नाटक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भुंतर के छात्रों द्वारा रेवत राम विक्की के निर्देशन में हरिशंकर परसाई द्वारा लिखित व्यंग्य पर आधारित नाटक ‘भगत की गत’ किया। इस नाटक में बहुत ज़ोर से गली मुहल्लों लगने वाले लॉउडस्पीकरों की वजह से होने वाली लोगों की परेशानियों के बारे में दिखाया गया है। चौथा नाटक ममता द्वारा निर्देशित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुल्तानपुर की छात्राओं ने सुशील कुमार सिंह द्वारा लिखित नाटक ‘तमाशा’ प्रस्तुत किया। पांचवा और अंतिम नाटक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ढालपुर के छात्रों ने विपुल के निर्देशन में सुशील कुमार सिंह का लिखा हास्य व्यंग्य से भरा नाटक ‘ ठगे गए ठग’ प्रस्तुत किया और दर्शकों को खूब हंसाया। दो दिवसीय इस नाट्योत्सव में 150 के लगभग बच्चों ने अपनी अभिनय प्रतिभा का लोहा मनवाया।