जिला में पर्यटन…दावे ज्यादा और काम कम

धर्मशाला   —रविख्यात पर्यटक स्थल मकलोडगंज-धर्मशाला सहित कांगड़ा घाटी में हर दिन सैकड़ों सैलानी अव्यवस्था का शिकार हो रहे हैं। सुविधाओं के अभाव में उन्हें निराश होकर लौटना पड़ रहा है। भारी गर्मी के बीच लग रहे लंबे सड़क जाम सरकारी दावों की पोल खोल रहे हैं। हिमाचल आने वाले केंद्रीय नेताओं के साथ-साथ प्रदेश के तामाम दलों के वरिष्ठ नेता पर्यटन विकास के हर बार बड़े-बड़े दावे करते हैं। बावजूद इसके पर्यटन सीजन में व्यवस्थाएं लड़खड़ाने लगती हैं। सड़क मार्गों से लेकर पार्किंग तक की हालत दयनीय है। हालात यह हैं कि न वाहन खड़े करने को स्थान मिल रहा है, न ही अन्य सुविधाएं हैं।  मकलोडगंज में तो हालात ऐसे हैं कि वहां पर बना बस स्टैंड व पार्किंग स्थल पीक सीजन पर अचानक बंद करने से व्यवस्था बुरी तरह से लड़खड़ा गई है। भागसूनाग रोड से सैलानी वाहनों को वाया इंदु्रनाग चोला मार्ग पर डायवर्ट करने का प्लान भी कई वर्षों से अधर में ही लटका हुआ है।हालात यह हैं कि अब मकलोडगंज टेंपल रोड पर बनी इकलौती पार्किंग के सहारे काम चलाया जा रहा है, जिससे सड़कें जाम हो जा रही हैं। पर्यटक ही नहीं वहां रहने वाले लोगों को भी घरों से दो-दो घंटे पहले वैकल्पिक छोटे मार्गों से निकलना पड़ रहा है। होटल एसोसिएशन, टैक्सी यूनियन, ऑटो यूनियन और ट्रेकिंग एसोसिएशन सहित व्यापार मंडल के सदस्यों का कहना है कि पर्यटन सीजन से पहले उनके साथ बैठकें तो होती हैं, लेकिन बावजूद उसके जब सीजन पीक पर पहुंचता है, तो हालात बिगड़ जाते हैं, जिससे सैलानियों को निराश होकर लौटना पड़ता है।

डीआईजी संतोष के बोल

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का जिम्मा संभाल रहे डीआईजी संतोष पटियाल का कहना है कि ट्रैफिक व जाम से निपटने के लिए बटालियन से अतिरिक्त पुलिस फोर्स लगाई गई है। वाहनों की संख्या अधिक होने और उन्हें खड़ा करने के लिए स्थान की कमी के कारण कई बार समस्या हो जाती है, लेकिन पुलिस हालात पर काबू पा रही है।

सीएम को लिखा पत्र

नगर निगम धर्मशाला के महापौर देंवेंद्र जग्गी व उपमहापौर ओंकार नैहरिया का कहना है कि निगम ने भागसूनाग, मकलोडगंज मुख्य चौक व टेंपल रोड सहित निगम एरिया में  पार्किंग बनाने की योजना पर काम शुरू किया है, लेकिन सरकार की मदद से ही यह संभव हो पाएगा। उक्त कार्यों के लिए भी निगम ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।