टूरिस्ट सीज़न और मकलोडगंज बस स्टैंड बंद, सड़कें जाम

बस अड्डे का काम पूरा न होने तक दिया गया था फीस न वसूलने का नोटिस; कंपनी ने पार्किंग ही कर दी बंद, बाईपास पर खड़ी वोल्वो

मकलोडगंज- पर्यटन एवं बौद्ध नगरी मकलोडगंज का बस स्टैंड बंद कर दिया गया है, जिससे समस्त पर्यटन क्षेत्र पूरी तरह से थम गया है। चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर हिमाचल प्रदेश बस स्टैंड मैनेजमेंट एंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी ने कंपनी को मकलोडगंज बस स्टैंड को पूरी तरह तैयार किए जाने तक फीस न वसूलने का नोटिस जारी किया था। अथॉरिटी द्वारा मात्र बस स्टैंड में ही पैसे न वसूलने का नोटिस थमाया गया था, लेकिन बस स्टैंड चलाने वाली निजी कंपनी ने बस स्टैंड मकलोडगंज सहित पार्किंग की दोनों मंजिलें भी बंद कर दी हैं। इससे अब पर्यटन सीजन के चलते घंटों लंबे ट्रैफिक जाम से पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। वोल्वो बसों को बाईपास में ही सवारियां उतारने के लिए मजबूर होना पड़ा है, जबकि मकलोडगंज पहुंचने वाली सैकड़ों गाडि़यों को कहीं भी पार्किंग नहीं मिल पाई है। नगर निगम धर्मशाला के तहत आने वाले मकलोडगंज के बस स्टैंड में बसों की पार्किंग बंद कर दी गई है। मंगलवार देर रात और बुधवार सुबह पूरी तरह से बंद किए गए बस स्टैंड के कारण बाहरी राज्यों से मकलोडगंज आने वाले सैलानियों को सुबह काफी दिक्कत हुई। इसके अलावा बड़ी संख्या में पर्यटक वाहनों को कोई पार्किंग ही नहीं मिल पाई। धरातल मंजिल के बस स्टैंड को बंद करने के साथ-साथ दो अन्य मंजिलों पर चलने वाली छोटे वाहनों को पार्किंग भी बंद कर दी गई है, जिससे बस स्टैंड में खड़ी होने वाली लगभग 30 से अधिक बसें बाहर हो गई हैं। इसके अलावा दोनों मंजिल में 150 वाहनों की पार्किंग छिन गई है। अब मात्र एक ही नगर निगम की पार्किंग दलाईलामा टेंपल रोड पर ही लोगों को मिल रही है, जिसमें भी नाममात्र छोटे वाहन पार्क हो रहे हैं। इसके अलावा भागसूनाग को छोड़कर कहीं भी पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं है। इतना ही नहीं बड़े-बड़े होटलों के पास भी कोई पार्किंग उपलब्ध नहीं है, जिससे पर्यटन एवं बौद्ध नगरी की सभी व्यवस्थाएं पूरी तरह से धड़ाम हो गई हैं।

पहले ही कट चुकी है बिजली

मकलोडगंज में अवैध निर्माण को लेकर हाई कोर्ट सहित एनजीटी ने भी सख्त रूप अपनाया है। बस स्टैंड व पार्किंग की बिजली पहले ही काट दी गई है। इस बस स्टैंड से एचआरटीसी एवं प्राइवेट बसें दिल्ली निकलती हैं। अब पयर्टन सीजन में लोगों को बस सेवा से महरूम रहने के लिए बाध्य रहना पड़ेगा।