दृष्टिबाधित छात्रों को ऑनलाइन लाइब्रेरी

शिमला—हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले दृष्टिबाधित छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। जुलाई माह में एचपीयू में पढ़ने वाले दृष्टिबाधित छात्रों को ऑनलाइन लाइब्रेरी की सुविधा मिलेगी। छात्रों के लिए बनाई जा रही सुगम्य लाइब्रेरी पूरी तरह से तैयार हो गई है। आचार संहिता खत्म होने के बाद सुगम्य  लाइब्रेरी के बचे अन्य सभी अधूरे कार्यों को पूरा किया जाएगा। हालांकि एचपीयू का दावा है कि सुगम्य लाइब्रेरी में अब केवल ऑनलाइन कम्प्यूटर खरीदने का ही कार्य बचा है। बता दें कि दृष्टिबाधित छात्रों के लिए बनाई गई इस लाइब्रेरी में 17 कम्प्यूटर और स्कैन मशीनें लगाई जाएंगी। खास बात यह है कि यह लाइब्रेरी पूरी तरह से ऑनलाइन होगी। इस लाइब्रेरी में दृष्टिबाधित छात्र बिना किसी की सहायता से पढ़ सकते हैं। जानकारी के अनुसार पिछले दो सालों से इस पुस्तकालय का निर्माण कार्य चला हुआ है। बता दें कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने वर्ष 2016 में दृष्टिबाधित छात्रों को सुविधा देने के लिए अन्य कम्प्यूटर लगाने का फैसला भी हाई कोर्ट के निर्देशों के बाद लिया था। इस दौरान जहां इस पुस्तकालय में दृष्टिबाधित छात्रों को ऑनलाइन स्टडी की सुविधा मिलनी है, वहीं एचपीयू में पढ़ने वाले और शारीरिक रूप से अक्षम छात्रों को भी बिना किसी की सहायता से अपना स्टडी मटीरियल ऑनलाइन ढूंढने में आसानी होगी। बता दें कि एचपीयू से एमएड और एमए म्यूजिक करने वाले दो छात्रों ने जनहित में याचिका जाहिर कर कम्प्यूटर लैब की मांग की थी। उनकी इसी मांग को देखते हुए कोर्ट के निर्देशों के बाद सुगम्य लाइब्रेरी में ऑनलाइन स्टडी का फायदा दृष्टिबाधित छात्रों को दिया जा रहा है। एचपीयू में शारीरिक रूप से अक्षम और दृष्टिबाधित छात्र एक ही जगह पर पढ़ सकें, इसके लिए उनको यह सुविधा देने की योजना है। सुगम्य पुस्तकालय में लगने वाले कम्प्यूटर लैब में छात्रों को हाई टेक सुविधा मिलेगी। इससे ऑनलाइन स्टडी और टॉकिंग सॉफ्टवेयर को अपडेट करवाने के बाद अक्षम छात्रों को पढ़ाया जाना था। खास बात यह है कि इस सॉफ्टवेयर के अपडेट होने के बाद इससे स्केनर के माध्यम से छात्र ऑनलाइन किताबें डाउनलोड करने के बाद उसे टॉकिंग सॉफ्टवेयर के माध्यम से कानों से सुन सकते हैं। एचपीयू प्रशासन का दावा है कि विश्वविद्यालय में अक्षम छात्रों के लिए यह सुविधा जुलाई माह तक मुहैया करवा दी जाएगी। बता दें कि शारीरिक रूप से अक्षम छात्रों के लिए सुगम्य पुस्तकालय को तैयार करने का टारगेट एचपीयू ने राष्ट्रपति के दौरे से पहले का लिया था।