दो दिन में पानी दो, नहीं तो फोड़ेंगे मटके

कांगड़ा—कांगड़ा के सीमावर्ती ग्राम पंचायत समीरपुर खास में पीने के पानी को लेकर हाहाकार  मच गया है।  यदि पेयजल की आपूर्ति करने की समस्या का हल दो दिन के भीतर नहीं हुआ, तो आईपीएच  विभाग के खिलाफ कार्यालय के बाहर मटके फोड़ेंगे के साथ धरना-प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी आईपीएच विभाग की होगी। गर्मी के मौसम में समीरपुर खास में पीने के पानी को लेकर ग्रामीणों को परेशानी का सामना करन  पड़ रहा है। समीरपुर खास के स्थानीय ग्रामीणों में से संजय गलेरिया, कुलविंद्र, दिलावर सिंह, अजय कुमार, दिनेश कुमार, चमन लाल व राकेश कुमार आदि बताया कि पिछले एक सप्ताह से नलों में पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है, जिस वजह से लोगों को बावडि़यों कुओं का गंदा पानी पीना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि अगर सप्ताह में एक बार पानी की सप्लाई आ भी गई, तो सिर्फ  पांच या दस मिनट तक ही नलके टपकते हैं। इसके सिर्फ दो वाल्टी पानी ही भरता है। अब दो पानी वाल्टी से एक परिवार के लोग खाना पकाए की, नहाने के लिए इस्तेमाल करें कि पालतू पशुओं के लिए पानी रखें। लोगों ने बताया कि पानी की सप्लाई करने के लिए जो सरकारी कर्मचारी तैनात हैं, वे कई सालों से समीरपुर में ही डटे हुए हैं, जिसके कारण वे किसी की बात नहीं सुनते हैं और पानी की आपूर्ति करने के लिए अपनी मनमानी करते हैं, जिसके कारण कहीं पर पानी की सप्लाई इतनी छोड़ देते हैं कि लोगों की टंकियों से पानी ओवरफ्लो होने के बाद बेकार बहता है और समीरपुर खास के लिए सप्ताह में एक दिन सिर्फ  पांच या दस मिनट पानी की आपूर्ति कर रहे हैं। कभी-कभी पानी की आपूर्ति करने वाले कर्मचारी पानी की आपूर्ति करने वाली मोटरंे खराब या जल जाने का हवाला दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि अगर पानी की मोटरे खराब है, तो आसपास के गांवों को अधिक पानी की आपूर्ति कैसे की जा रही है। समीरपुर खास के ग्रामीणों ने आईपीएच विभाग कांगड़ा से तुरंत समीरपुर खास को प्रतिदिन पीने के पानी की आपूर्ति बहाल करने की मांग की है। साथ ही कई सालों से समीरपुर में डटे कर्मचारी को हटाने की मांग की है। साथ ही आईपीएच विभाग को चेतावनी दी है कि यदि समस्या हल न हुई तो प्रदर्शन करेंगे।