दो महीने बाद अब दो जून को सजेगा जनमंच

शिमला —लोकसभा चुनावी मंच पर ब्रेक लगने के बाद अब जयराम सरकार का जनमंच दो जून को सजेगा। इससे पहले 10 मार्च को दस जिलों में अंतिम जनमंच आयोजित किया गया था। हालांकि अप्रैल और मई महीने के पहले रविवार को भी जनमंच कार्यक्रम आयोजित होना था, लेकिन चुनावी आचार संहिता के चलते दो महीने तक बे्रक लग गई। ऐसे में अब 27 मई को आचार संहिता हट जाएगी और जून महीने के पहले रविवार यानी दो जून को प्रदेश के सभी 12 जिलों में जनमंच कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। अभी फिलहाल मंत्रियों की ड्यूटी नहीं लगाई गई है, मगर 28 मई को शेड्यूल फाइनल हो जाएगा। जून, 2018 को आरंभ किए गए जनमंच कार्यक्रम में अभी तक 65 विधानसभा क्षेत्रों में 126 जनमंच आयोजित किए जा चुके हैं। इनमें लगभग 30 हजार से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 27 हजार से अधिक शिकातयों का मौके पर समाधान किया गया है। जनमंच की लोकप्रियता व लोगों की बड़ी संख्या में भागीदारी को देखते हुए राज्य सरकार ने बड़े जिलों कांगड़ा, मंडी तथा शिमला में प्रत्येक माह में दो बार जनमंच कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है। यही नहीं, मुख्यमंत्री स्वयं जिला स्तर पर आयोजित होने वाले जनमंच कार्यक्रमों की अध्यक्षता करेंगे। जनमंच की सफलता को देखते हुए कई अन्य राज्य भी इसे अपनाने पर विचार कर रहे हैं तथा राष्ट्रीय स्तर पर केंद्रीय नेतृत्व ने भी इसे सराहा है।

समस्याएं निपटाई

प्रदेश सरकार ने राज्य के लोगों की शिकायतों और समस्याओं का उनके घर-द्वार समाधान सुनिश्चित बनाने के लिए ही जनमंच कार्यक्रम की शुरुआत की। यह कार्यक्रम प्रत्येक जिले के एक विधानसभा क्षेत्र में प्रत्येक माह के पहले रविवार को आयोजित किया जा रहा है।

सचिवालय में कृषि मंत्री ने संभाला मोर्चा

लोकसभा चुनावों के चलते पिछले दो महीने से सूना पड़ा था। प्रदेश सचिवालय में मंगलवार को कृषि मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने मोर्चा संभाल लिया। हालांकि यहां मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मौजूद नहीं हैं, लेकिन वह लाहुल से सीधा शिमला पहुंचे। यहां पर लंबित फाइलें निपटाते दिखे। इस दौरान मार्कंडेय ने कृषि और आई विभाग के अफसरों के साथ लंबित कार्यों पर विस्तार से चर्चा भी की। डा. रामलाल मार्कंडेय ने निदेशक आईटी रोहन ठाकुर के साथ लंबित कार्यों पर चर्चा की।