कोहिमा – नागालैंड के मोन जिले में एनएससीएन(के) संदिग्ध उग्रवादियों के घात लगाकर किये गये हमले में असम राइफल्स के दो जवान शहीद हो गये जबकि चार अन्य घायल हो गये। सूत्रों के अनुसार मोन जिले के टोबू से शनिवार दोपहर असम राइफल्स के 40वीं बटालियन के जवान गश्त के बाद उखा जा रहे थे, जवानों के टोबू से करीब चार किलोमीटर उत्तर में पहुंचने पर एनएससीएन-के संदिग्ध उग्रवादियों ने अत्याधुनिक विस्फोटक उपकरण(आईईडी) विस्फोट कर दिया जिससे दो जवानों शहीद हो गये। उग्रवादियों ने आईईडी विस्फोट करने के बाद मिनी ट्रक से जा रहे जवानों पर अंधाधुंध गोलीबारी की। उग्रवावदियों ने यह हमला टोबू और उखा गांव के बीच तानयाक जल परियोजना के पास किया। असम राइफल्स के जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की जिससे दोनों के बीच करीब एक घंटे तक गोलीबारी चली। इस गोलीबारी में असम राइफल्स के दो जवान-एक जेसीओ और एक राइफलमैन शहीद हो गये। उनकी पहचान नायब सूबेदार दीना नाथ राम और राइफलमैन जीडी कालिदास शर्मा के रूप में हुई है। सूत्रों ने बताया कि उग्रवादियों के हताहतों के बारे में अभी तक पता नहीं चला है। घायलों को असम के जोरहाट के एक सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों की स्थिति खतरे से बाहर है। हमले के तुरंत बाद असम राइफल्स के जवाने को घटनास्थल पर भेजा बया गया और जंगलों में सघन तलाश अभियान चलाया गया, यह अभियान देर रात तक जारी रहा लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। किसी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने असम राइफल्स के जवानों पर अज्ञात लोगों के हमले की निंदा की। श्री रियो ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा,“माेन जिले में अज्ञात व्यक्तियों के हिंसा और सुरक्षा बलों पर हमले की रिपोर्ट अत्यंत निंदनीय है। मैं शहीद हुए जवानों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। मैं सभी वर्गों से शांति की