नादौन में पशु चिकित्सक किडनैप

नादौन —उपमंडल में एक पशुचिकित्सक को कुछ गुंडातत्त्वों ने रत के अंधेरे में अगवा कर लिया। मवेशी के बीमार होने की बात कहकर डाक्टर को अपने जाल में फंसाकर इसे धोखे से उठा लिया। एक विश्रामगृह के पास डाक्टर सहित पहुंचे गुंडातत्त्वों के दूसरे गिरोह ने बताया कि गलत आदमी उठा लिया है। इसके बाद डाक्टर को छोड़ा गया है। इस वारदात से आहत डाक्टर ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने तीन लोगों को थाना बुलाकर पूछताछ की है। मामले में अन्य के नाम भी उजागर हो सकते हैं। फिल्मी स्टाइल में हुई इस घटना की जानकारी देते हुए वैटरिनरी अस्पताल जसाई में तैनात डा. पंकज लखनपाल ने बताया कि सोमवार रात करीब साढ़े आठ बजे जब वह अपने घर कांगू में थे। उन्हें फोन पर जानकारी दी कि उनकी भैंस काफी बीमार है। उसके उपचार के लिए उसी समय उनके घर आना होगा। डा. लखनपाल द्वारा हामी भरने के बाद दो युवक उन्हें लेने के लिए आए और वह उनके  साथ चले गए। इस बीच डाक्टर ने पन्साई रोड के रहने वाले बदेहड़ा गांव में तैनात अपने सहयोगी फार्मासिस्ट विपुल सिंह को भी उनके बताए पते पर बुला लिया। लखनपाल ने बताया कि कांगू विश्राम गृह के पास पहुंचने पर युवकों ने उनके फोन की मांग की। इसे देने से उन्होंने इनकार कर दिया। इसी दौरान उन युवकों के कुछ और साथी दो वाहनों में भर कर आ गए। वहां युवकों के बीच कुछ कहासुनी भी हुई। लखनपाल ने बताया कि वह लोग बात कर रहे थे कि गलत व्यक्ति को उठा कर ले आए हो। इसी बीच जब विपुल ने डाक्टर को फोन किया तो फोन पर आवाजें सुनीं और वह तुरंत मौके पर पहुंच गए। स्थानीय व्यक्ति को देखकर युवक थोड़ा शांत हो गए। विपुल के कहने पर उन्होंने डाक्टर को वहां से जाने दिया। लखनपाल ने इस घटना की सूचना मंगलवार नादौन पुलिस को दी। पुलिस ने तीन युवकों को थाने में बुलाकर छानबीन आरंभ कर दी है तथा युवकों की पहचान की जा रही है। डाक्टर लखनपाल ने कहा कि यदि लोग इस तरह का बर्ताव करेंगे तो रात के समय आपात स्थिति कैसे कोई भी डाक्टर किसी के घर उपचार के लिए जाएगा। उन्होंने कहा कि हर कोई अपनी सुरक्षा के लिए चिंतित रहेगा। इस संबंध में थाना प्रभारी महेंद्र परमार ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है।