नैनाटिक्कर के स्कूलों में स्टाफ नहीं

नैनाटिक्कर -सिरमौर जिला के पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में पिछड़ेपन का आलम किसी से छिपा नहीं है। पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के नैनाटिक्कर इलाके की बात करें तो मूलभूत सुविधाओं के अभाव के चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना प्रतिदिन करना पड़ता है। क्षेत्र में शिक्षा के स्तर की बात करें तो छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है। नैनाटिक्कर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी सरकारी स्कूलों में स्टाफ का अभाव यही दर्शाता है। गौर हो कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नैनाटिक्कर में, जहां मुख्यतः वाणिज्य संकाय के प्रवक्ताओं के दो पद लंबे अरसे से रिक्त पड़े हैं। वहीं राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मेहंदोबाग में टीजीटी आर्ट्स, प्रवक्ता सूचना प्रौद्योगिकी, डीपीई, लैब अटेंडेंट तथा वरिष्ठ सहायक सहित कुल पांच पद रिक्त पड़े हैं। इसी तरह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पानवा में भी सूचना प्रौद्योगिकी के प्रवक्ता सहित लैब अटेंडेंट का पद तथा वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुज्जी में वाणिज्य प्रवक्ता, टीजीटी आर्ट्स, सीनियर असिस्टेंट तथा लैब अटेंडेंट सहित कुल चार पद रिक्त पड़े हैं, जिसकी ओर न तो केंद्र सरकार के नुमाइंदों ने, सांसद ने ध्यान दिया तथा न ही राज्य सरकार इन पदों को लंबे अरसे से भर पाई है। परिणामस्वरूप क्षेत्र के अधिकांश स्कूलों में स्टाफ न होने के चलते छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है। गौर हो कि नैनाटिक्कर क्षेत्र के अंतर्गत पांच वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मेहंदोबाग, नैनाटिक्कर, कलोह, पानवा तथा कुज्जी आते हैं, परंतु किसी एक स्कूल में भी पूरा स्टॉफ नहीं है। परिणामस्वरूप जहां लगातार परिणाम प्रतिशत में गिरावट आ रही है। वहीं बच्चों को दूरदराज सराहां-सोलन जैसी जगहों की ओर रुख करना पड़ रहा है।