धर्मशाला —स्मार्ट सिटी धर्मशाला के नगर निगम को पंचायतों से मिले रिकार्ड में कई खामियां उजागर हो रही हैं, जिससे जहां लोगों को परेशान होना पड़ रहा है, वहीं सरकारी विभागों में चलने वाले कार्यों की प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। लोग जन्म, मृत्यु या शादी के बाद कागजात तो कार्यालय में दे आते हैं, लेकिन उसके बाद रजिस्टर में पंजीकरण हुआ या नहीं अब सुनिश्चित भी उन्हें अपने सामने ही करना होगा। ऐसा न करने वाले लोगों को बड़ी परेशानी से जूझना पड़ सकता है। पंचायतों से शहरी क्षेत्र में धर्मशाला क्षेत्र के सैकड़ों लोगों के लिए नई व्यवस्था परेशानी का सबब बन गई है। निगम अधिकारियों एवं पार्षदों सहित महापौर के पास हर दिन ऐसे अनेकों मामले सामने आ रहे हैं। हालात यह हैं कि कई परिवारों के बच्चे स्कूल जा रहे हैं, लेकिन जब आवश्यकता पड़ने पर परिवार नकल को आवेदन कर रहे हैं, तो पूरे परिवार के नाम ही रजिस्टरमें नहीं मिल रहे हैं, जिसके चलते उन लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। ऐसे एक दो नहीं कई मामले सामने आ रहे हैं, जिसके चलते लोगों को चक्कर काटने पर मजबूर होना पड़ रहा है। उधर, नगर निगम के माहापौर देवेंद्र जग्गी का कहना है कि उनके समक्ष ऐसे कई मामले आ चुके हैं, जिसमें परिवार के सभी सदस्य दर्ज ही नहीं किए गए हैं। उनका कहना है कि इससे बचने के लिए भविष्य में शहरी क्षेत्रों सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों को चाहिए कि वे कागजात जमा करवाने के अलावा नाम पंजीकरण होना भी अपने सामने सुनिश्चित कर लें, तभी ऐसे मामलों से बचा जा सकता है।