पर्यटकों को एनएफसी-क्यूआर कोड

By: May 7th, 2019 12:02 am

इंडियन इंस्टीच्यूट में सुविधा, गो व्हाट्स दैट ऐप का शुभारंभ

 शिमला -भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान में सोमवार को मोबाइल फोन आधारित एनएफसी और क्यूआर कोड सुविधा गो-व्हाट्स-दैट ऐप्लिकेशन का शुभारंभ किया गया। संस्थान के निदेशक प्रोफेसर मकरंद आर. परांजपे और सचिव कर्नल विजय कुमार तिवारी द्वारा संस्थान के पर्यटकों के लिए यह सुविधा प्रारंभ की गई। इसका उद्देश्य संस्थान के विभिन्न स्थानों से जुड़े इतिहास की जानकारी पर्यटकों को पाठ और ध्वनि के स्वरूप में विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध करवाना है। कार्यक्रम के दौरान निदेशक प्रो. मकरंद आर. परांजपे ने उक्त क्यूआर कोड सुविधा के बारे वर्णन करते हुए बताया कि इसके माध्यम से भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, जिसे अतीत में वाइसरीगल लॉज के नाम से जाना जाता था, वहां आने वाले पर्यटकों के अनुभवों को और भी समृद्ध किया जा सकेगा। संस्थान के सचिव कर्नल विजय कुमार तिवारी ने इस एप्लीकेशन के लाभों और उपयोग के बारे में बताया और कहा कि इसकी मदद से किसी ऐतिहासिक स्थान विशेष की जानकारी ढूंढने में मदद मिलेगी। सॉफ्टवेयर निर्माता एजेंसी इनोबल्स स्मार्ट टेक्नोलॉजीस के प्रतिनिधियों ने इस तकनीक के लाभों के बारे में बताते हुए कहा कि यह भारत की पहली मोबाइल फोन आधारित सुविधा है। गो-व्हाट्स-दैट ऐप्लिकेशन क्यूआर कोड स्कैन या नियर फील्ड कम्युनिकेशन तकनीक के माध्यम से किसी स्थान या कलाकृति के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाता है। यह ऐप्लिकेशन एंड्रॉयड एवं आईफोन दोनों ही प्रकार के डिवाइस पर उपलब्ध है। इस अवसर पर संस्थान के पुतकालयाध्यक्ष  प्रेम चंद, संस्थान के अन्य अधिकारीगण तथा मीडिया कर्मी उक्त कार्यक्रम में उपथित रहे। क्यूआर कोड की मुख्य विशेषताएं ये हैं कि इसे गुगलप्ले तथा ऐप स्टोर से निःशुल्क डाउनलोड किया जा सकता है। वहीं पाठ का अनुवाद 70 से अधिक भारतीय और अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में उपलब्ध है।

 

 


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